जिले में हर जलस्रोत व तालाब, तलाई का सर्वे किया जाएगा, जहां से होकर बिजली के खंभे और तार निकट से गुजर रहे हों। यह बात जिला कलक्टर ने सोमवार को जलवाड़ा में घटना स्थल का दौरा कर हालात का जायजा लेते हुए कही।
जलवाड़ा जैसी घटनाएं फिर न हों : कलक्टर
बारां. जलवाड़ा में एक साथ 68 से अधिक भैंसों की गण्ेश तलाई में करंट फैलने से हुई मौत पर प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए एक फैसला किया है। इसके तहत अब जिले में हर जलस्रोत व तालाब, तलाई का सर्वे किया जाएगा, जहां से होकर बिजली के खंभे और तार निकट से गुजर रहे हों। यह बात जिला कलक्टर रोहिताश्व तोमर ने सोमवार को जलवाड़ा में घटना स्थल का दौरा कर हालात का जायजा लेते हुए कही।
मौके पर ही दिए अधिकारियों को निर्देश
निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को इस आश्य के निर्देश देते हुए कहा कि जिले में फिर ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए। इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं। उन्होंने स्पष्ट आदेश दिए कि जहां भी जोखिम की संभावना हो, वहां तुरंत प्रभाव से विद्युत संरचनाओं को स्थानांतरित किया जाए ताकि भविष्य में इस प्रकार की दुखद घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
बिजली की आपूर्ति की व्यवस्था में करें सुधार
कलक्टर ने पानी और बिजली आपूर्ति की स्थिति की भी समीक्षा की और अधिकारियों को कदम उठाने के निर्देश दिए। प्रशासन द्वारा पीडि़त पशुपालकों को उचित मुआवजा राशि दी जाएगी, जिस पर जिला प्रशासन ने कार्रवाई शुरु कर दी है। उनके साथ विद्युत विभाग के एसई एनएम. बिलौटिया, तहसीलदार अभयराज ङ्क्षसह सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे। किशनगंज ब्लॉक के ग्राम जलवाड़ा में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसे में 68 से अधिक भैंसों की मौत हो गई थी। यह हादसा तलाई (तालाब) में अचानक करंट फैलने से हुआ।