
खरमास समाप्त होते ही शहर में गूंजने लगी शहनाइयां
बारां. दिसंबर से शुरू हुआ खरमास 15 जनवरी को सूर्य के मकर राशि में संक्रमण के साथ समाप्त हो गया। एक माह के लिए विवाह समारोहों पर लगा विराम हट गया है । 16 जनवरी से फिर से विवाह की शहनाइयां गूंजने लगी हैं। मंडप सजने लगे हैं। 15 मार्च तक विवाह के बम्पर मुहूर्त हैं। इसके बाद से फिर खरमास लगने से वैवाहिक कार्य बंद हो जाएंगे। विवाह समारोह के लिए शहर के मैरिज गार्डन, बारातघर व होटलों में बुङ्क्षकग शुरू हो गई है। टेंट, बैंड व अन्य जरूरी चीजों के लिए भी बुङ्क्षकग हो रही है। विवाह की खरीदारी का दौर शुरू हो गया है।
100 से अधिक बुङ्क्षकग
मैरिज गार्डन, बारातघर संचालकों के अनुसार वैवाहिक आयोजनों के लिए मैरिज गार्डन और मैरिज हॉल तैयार हैं। 16 जनवरी से 12 मार्च के बीच एक हजार से अधिक बुङ्क्षकग मिली है। बारिश की आशंका को देखते हुए मैरिज गार्डनों की विद्युत साज-सज्जा व आर्टिफिशियल फूलों से सजावट की गई है। टेंट हाउस संचालकों ने बताया कि वाटर प्रूफ टेंट की डिमांड अधिक है। टेंट, डीजे, लाइट, कैटरर्स का कारोबार बढ़ा है। कैटरर्स को पहले की तुलना में अधिक ऑर्डर मिले हैं।
मई-जून में विवाह नहीं
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार विवाह के लग्न मुहूर्त देखते समय गुरु और शुक्र ग्रह का अच्छी स्थिति में होना जरूरी है। मान्यता है कि गुरु और शुक्र अस्त होने पर विवाह नहीं किया जाता। हिन्दू पंचांग के अनुसार इस साल 23 अप्रेल से 30 जून के बीच शुक्र ग्रह अस्त होने के कारण वैवाहिक कार्यक्रम नहीं होंगे। लेकिन अक्षय तृतीया को विवाह के लिए अबूझ मुहूर्त माना गया है। इस दिन बिना मुहूर्त निकाले किसी भी समय विवाह किया जा सकता है। ऐसे लोग जिनकी जन्म तारीख मालूम नहीं होने के कारण कुंडली की मदद से विवाह मुहूर्त नहीं निकल पा रहा है, वे भी इस दिन विवाह कर सकते हैं। इस साल 10 मई को अक्षय तृतीया है। इस दिन विवाह के लिए पूरे दिन अबूझ शुभ मुहूर्त रहेगा।
विवाह मुहूर्त
जनवरी : 16, 17, 20, 21, 22, 27, 28, 29, 30, 31 (10 दिन), फरवरी : 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 12, 13, 14,17, 18, 19, 23, 24, 25, 26, 27, 29 (20 दिन ), मार्च : 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 11, 12 (9 दिन )
Published on:
19 Jan 2024 09:54 pm
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