मृतक डॉ. वैभव के पिता गोपाल लाल आर्य ने गुरुवार को दुबारा रिपोर्ट देकर चार जनों के खिलाफ नामजद हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है।
कोयला के डॉक्टर वैभव की हुई थी हत्या
बारां. कोयला के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के डॉ. वैभव चावला की मृत्यु के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। संदिग्ध अवस्था में मृत्यु का मामला मानते हुए मृग में दर्ज किया गया यह प्रकरण अब हत्या के आरोप में दर्ज किया गया है। मृतक के पिता गोपालाल आर्य ने बताया कि रिपोर्ट में कोयला पीएचसी के नर्सिंग ऑफिसर अशोक वर्मा, सेक्टर हैल्थ सुपरवाइजर शंकर लाल बैरवा तथा तत्कालीन बारां सीएमएचओ डॉ. संपतराज नागर व तत्कालीन बीसीएमओ डॉ. अरविन्द नागर भी आरोपी हैं। मृतक डॉ. वैभव के पिता गोपाल लाल आर्य ने गुरुवार को दुबारा रिपोर्ट देकर चार जनों के खिलाफ नामजद हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है। इसके बाद जांच अधिकारी भी बदल दिए गए है। अब हत्या के मुकदमे की जांच पुलिस उपाधीक्षक ओमेन्द्र सिंह शेखावत को सौंपी गई है। सदर थाना प्रभारी हीरालाल पुनिया ने बताया कि अब प्रकरण की जांच पुलिस उपाधीक्षक बारां कर रहे है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि 18 मई को कोयला पीएचसी पर कार्यरत चिकित्सक कोटा जिले के इटावा निवासी डॉ. वैभव चावला (27) का शव कोटड़ी सूंडा के निकट पार्वती नदी में मिला था। वहीं उसकी बाइक, जूते व मोबाइल भी मिले थे। पुलिस ने 19 मई को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया था तथा मृग दर्ज कर सभी पहलुओं पर जांच शुरू की थी। बाद में पता लगा कि डॉ. वैभव अकेला नदी पर नहाने नहीं गया था। उसके साथ अस्पताल के दो कर्मचारी भी थे। लेकिन वह इस बात की जानकारी के लिए भी पुलिस के सामने नहीं आकर चुप्पी साध गए। 18 व 19 मई को दो दिनों तक चुप्पी साधे रहने से ही दोनों साथी संदेह के घेरे में है।