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गैस सिलेंडर की मारामारी, 200 रुपए ज्यादा देने पड़ रहे

कई बार उन्हें ओटीपी नहीं मिल रहा तो कई बार ओटीपी के बाद वितरक के पास गैस सिलेंडर खत्म हो जाते हैं।

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बारां

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Mukesh Gaur

Oct 25, 2024

कई बार उन्हें ओटीपी नहीं मिल रहा तो कई बार ओटीपी के बाद वितरक के पास गैस सिलेंडर खत्म हो जाते हैं।

कई बार उन्हें ओटीपी नहीं मिल रहा तो कई बार ओटीपी के बाद वितरक के पास गैस सिलेंडर खत्म हो जाते हैं।

कवाई का मामला : उपभोक्ताओं को नहीं मिल रहे गैस सिलेंडर, ब्लैक में खरीदने की मजबूरी

कवाई. इलाके में गैस एजेंसी संचालक उपभोक्ताओं को समय पर गैस सिलेंडर उपलब्ध नहीं करवा पा रहे। ऐसे में उपभोक्ताओं को ब्लैक में 200 रुपए अतिरिक्त देकर गैस खरीदनी पड़ रही है। वैसे तो मोठपुर में गैस एजेंसी नहीं है। यहां अटरू व कवाई दोनों जगह की एजेंसियों के उपभोक्ता हैं। ऐसे में दोनों जगह से यहां गैस की डिलीवरी होती है। कुछ दिनों से ओटीपी का नया सिस्टम शुरू किया गया है। इससे उपभोक्ता परेशान हैं। कई बार उन्हें ओटीपी नहीं मिल रहा तो कई बार ओटीपी के बाद वितरक के पास गैस सिलेंडर खत्म हो जाते हैं। ऐसे में लोगों को मजबूरन ब्लैक में हजार रुपए तक का सिलेंडर खरीदना पड़ रहा है। वर्तमान में गैस की टंकी की कीमत 825 रुपए है।

मोठपुर निवासी नवल नागर ने बताया कि 15 दिन पहले उसने गैस सिलेंडर बुक करवाया था। वह दो-तीन बार एजेंट के पास लेने पहुंचा तो एजेंट ने सिलेंडर नहीं होने की बात कही। ऐसे में ब्लैक में अधिक रुपए देकर खरीदनी पड़ी। मोठपुर सहित आसपास क्षेत्र के ग्रामीणों को गैस की टंकी डिलीवरी चार्ज जोडकऱ 850 रुपए तक एजेंटों द्वारा दी जाती है। अटरू व कवाई के एजेंट द्वारा मोठपुर कस्बे में दो-तीन जगह निश्चित की गई है जहां से वह गैस का वितरण करते हैं। यहां पहुंचने वाले उपभोक्ताओं से उसकी डायरी के नंबर की टंकी पर भी ?25 अतिरिक्त चार्ज वसूला जाता है। वहीं कई बार डायरी वाले उपभोक्ताओं को टंकियां खत्म होने का हवाला देकर वापस भेज दिया जाता है, जबकि इधर-उधर हजार रुपए तक कालाबाजारी कर गैस की टंकियां बेची जा रही है।

सरकार द्वारा उज्ज्वला योजना के तहत घर-घर गैस कनेक्शन बांट दिए हैं। लेकिन कई उपभोक्ता गैस का उपयोग नहीं करते। वह सब्सिडी का फायदा लेने के लिए गैस की टंकी भरवाकर कहीं भी बेच देते हैं। कस्बे में अगर कोई खरीद कर इन्हे ऊंचे दाम में बेच रहा है तो इसमें हम कुछ नहीं कर सकते। रही बात 825 की टंकी के 850 रुपए लेने की। तो इस पर ग्राम उपभोक्ता केंद्र जहां बनाए हुए हैं, उनको पाबंद किया जाएगा।

धीरज तिवारी, एचपी गैस संचालक, अटरू

कंपनी ने मोठपुर में सीएससी बनाई है। एचपी द्वारा हर पंचायत में गैस वितरण की व्यवस्था के लिए सीएससी है। हम सीएससी एजेंट को प्रति टंकी कंपनी द्वारा निर्धारित कमीशन भी देते हैं। उपभोक्ता को टंकी 825 रुपए में ही देनी चाहिए। अब वह आगे कितने में बेच रहा है, इसकी जानकारी मुझे नहीं है। वर्तमान में बगैर ओटीपी के किसी को भी सिलेंडर नहीं दिया जा रहा। कालाबाजारी कौन कर रहा है। इसकी मुझे जानकारी नहीं है।

अजय गुप्ता, एचपी गैस एजेंसी संचालक, कवाई