
Exam Time : विद्यालयों में पूरा नहीं हो सका तय पाठ्यक्रम, परीक्षाओं ने बढ़ाई चिंता
प्रमोद जैन. हरनावदाशाहजी. कभी ग्रामीण ओलम्पिक, तो कभी दीवाली का त्योहार और फिर चुनाव....। इन सबके चलते कभी स्कूल की छुट्टी तो कभी टीचर की ड्यूटी । ऐसे में बाधित पढाई से आधे-अधूरे कोर्स के बीच जिले में अद्र्धवार्षिक परीक्षाएं 11 दिसंबर से शुरु होंगी। लेकिन विद्यार्थी अपने भविष्य को लेकर ङ्क्षचतित हैं। क्योंकि अद्र्धवार्षिक परीक्षा की तैयारी के लिए तय पाठ्यक्रम तक पढाई स्कूलों में नही हो पाई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शिक्षकों ने हाल ही में विधानसभा चुनाव करवाए हैं। इधर चुनाव में ड्यूटी के चलते स्कूलों में पढ़ाई चौपट रही। राजकीय विद्यालयों के अधिकांश स्टॉफ की ड्यूटी चुनाव में मतदान प्रक्रिया करवाने के लिए लगाई । इसके अलावा कई शिक्षकों की सेवाएं आचार संहिता लगने के साथ ही विभिन्न प्रकोष्ठों में लगी रही। ऐसे में विद्यालयों मेें विद्यार्थियों के कोर्स पूरा नहीं हो सका। इसके चलते अभिभावकों के साथ बच्चे भी परेशान हैं।
कैसे करेंगे तैयारी
अब विद्यार्थी पसोपेश में हैं कि वे पाठ्यक्रम में निर्धारित कोर्स पूरा हुए बिना परीक्षाओं की तैयारी कैसे करेंगे। यही नहीं सिलेबस समय पर पूरा नहीं होने व रिवीजन में देरी का सीधा असर बोर्ड कक्षाओं के परिणामों पर भी पड़ेगा। ज्यादातर स्कूलों में करीब 50 प्रतिशत कोर्स भी पूरा नहीं हो सका है। कस्बे सहित क्षेत्र के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में भी कई विषय का कोर्स पूरा नहीं हो सका। इसके अलावा क्षेत्र के कई स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों के चलते अलग अलग विषय के कोर्स पूरे नहीं हो पा रहे हैं।
बोर्ड परीक्षा का परिणाम होगा प्रभावित
अब तक 60 फीसदी से अधिक कोर्स पूरा हो जाना चाहिए था। लेकिन अधूरा होने से 10 वीं और 12वीं के बोर्ड स्टूडेंट््स का परिणाम प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई हैं। ,क्योंकि वे अधूरी तैयारी से परीक्षा देंगे। 11 दिसंबर से अद्र्धवार्षिक परीक्षा शुरु होनी है,समय भी एक पखवाड़े से कम बचा है। एक्सपर्ट के मुताबिक परीक्षा के आधार पर बोर्ड स्टूडेंट््स की तैयारी और परफॉरमेंस का पता चलता है। वर्तमान शैक्षिक कैलेंडर 2023-24 में विद्यालयों में ग्रामीण ओलंपिक खेलकूद, शिक्षक खेलकूद एवं विधानसभा चुनाव 2023 में अधिकांश शिक्षकों की ड्यूटी होने के कारण शिक्षण कार्य प्रभावित होने से छात्रों का पाठ्यक्रम पूर्ण नहीं हुआ है।
दो पारियों में परीक्षा
अद्र्धवार्षिक परीक्षा दो पारी में चलेगी। अब अभिभावकों के सामने यह परेशानी खड़ी होगी कि आखिर इतने से समय में भी शिक्षक कितना कोर्स पूरा कैसे करा देंगे। ऐसे में कई बच्चों ने तो ट््यूशन का रास्ता अपनाया। जिला समान परीक्षा (माध्यामिक) की ओर से आयोजित होने वाली परीक्षा के लिए शिक्षा विभाग तैयारी में जुट गया है।
- हमारे पास सिलेबस में बदलाव के ऐसे कोई निर्देश नहीं हैं। और सिलेबस को लेकर ज्यादा व्यवधान भी नही हुए है। ओलम्पिक पिछले वर्ष भी हुआ था। शिक्षकों ने अतिरिक्त समय देकर पढाई भी करवाई है और जहां पद रिक्त हैं वहां वैकल्पिक व्यवस्था की गई। इसके अलावा स्मार्ट क्लास के माध्यम से भी पढाई करवाई गई है।
पीयूष शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी, बारां
Published on:
02 Dec 2023 11:46 am
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