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मेक इन इंडिया क्लानिश्वकोव और 1200 मीटर की रैंज वाली स्नाइपर ने रोमांच जगाया

कारगिल विजय दिवस के अवसर पर बारां में पहली बार लगाई गई भारतीय सेना की शस्त्र प्रदर्शनी ने लोगों में जोश और देशभक्ति की भावना का संचार कर दिया। गौर करने वाली बात यह थी कि इसमें बच्चों की संख्या सर्वाधिक रही।

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बारां

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Mukesh Gaur

Jul 27, 2025

कारगिल विजय दिवस के अवसर पर बारां में पहली बार लगाई गई भारतीय सेना की शस्त्र प्रदर्शनी ने लोगों में जोश और देशभक्ति की भावना का संचार कर दिया। गौर करने वाली बात यह थी कि इसमें बच्चों की संख्या सर्वाधिक रही।

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सेना की शस्त्र प्रदर्शनी का समापन, अत्याधुनिक हथियारों ने लोगों में जोश जगाया

बारां. कारगिल विजय दिवस के अवसर पर बारां में पहली बार लगाई गई भारतीय सेना की शस्त्र प्रदर्शनी ने लोगों में जोश और देशभक्ति की भावना का संचार कर दिया। गौर करने वाली बात यह थी कि इसमें बच्चों की संख्या सर्वाधिक रही। अदम्य साहस और शौर्य को नमन करते हुए बारां रनर्स क्लब की ओर से दो दिवसीय भारतीय सेना की शस्त्र प्रदर्शनी अस्पताल रोड स्थित संस्था धर्मादा धर्मशाला में आयोजित की गई। प्रदर्शनी को देखने के लिए दिनभर लोग उमड़ते रहे। युवाओं में खासा जोश देखा गया। प्रदर्शनी में अत्याधुनिक शस्त्रों का प्रदर्शन एवं उनके बारे बताया गया। इस दौरान बच्चों व बुर्जुगों में भी खासा उत्साह देखने को मिला। इस दौरान वहां पर एक बच्चा और एक संत सेना के आधुनिक हथियार को करीब से देखकर अचरज में पड़ गए।

मेक इन इंडिया की धूम

प्रदर्शनी में मौजूद लोग न केवल देश-विदेश के हथियार जिन्हें भारतीय सेना इस्तेमाल करती है। उसे देख कर रोमांचित होते रहे। सेना के जवानों व अधिकारियों की ओर से जानकारी दिए जाने के बाद कई लोग चौंक गए कि इतने अत्याधुनिक हथियार अब भारत में भी बनने लगे हैं। प्रदर्शनी के दौरान दर्शक और खासतौर पर बच्चे स्नाइपर राइफल की मारक क्षमता को देखकर चौंक गए। यह राइफल दूर मौजूद दुश्मन को पता लगे बिना मार गिरा सकती है। इसकी क्षमता 1200 मीटर तक की है। इसी प्रकार नाइटविजन उपकरण से सैनिक घने अंधेरे में भी आधा किमी दूर तक साफ देख सकते हैं। जवानों ने बताया कि यह थर्मल तकनीक पर काम करती है। इससे किसी भी सजीव वस्तु के अंदर की गर्मी का पता लगाकर इमेज तैयार की जाती है। इससे अंधेरे में देख पाना संभव हो पाता है।

इजराइल-स्विट्जरलैंड के हथियार भी मौजूद

प्रदर्शनी में इजराइल जो सैन्य तकनीक में जाना-माना देश है, वहां की भी राइफल प्रदर्शित की गई। इसी प्रकार स्विट्जरलैंड में निर्मित हथियार देखकर छूकर और उठाकर लोग रोमांचित होते रहे। सेना के हथियारों की प्रदर्शनी में साउथ अफ्रीका निर्मित ग्रेनेड लॉन्चर को देख सभी पूछ रहे थे कि इस देश का नाम हथियार के निर्माण में कभी नहीं सुना। इसके बाद जब जवानों ने बताया कि भारत में अब इसका अपडेट और वजन में हल्का वर्जन बन रहा है, तब लोग भारत की तरक्की पर गर्व की अनुभूति करने लगे।

क्लानिश्कोव के साथ मेड इन इंडिया

प्रदर्शनी का सबसे खास आकर्षण रूस में निर्मित विख्यात एके 47 और भारत में निर्मित एके 203 राइफल आकर्षण का केन्द्र रही। वहीं दर्शक यह जानकार हैरत में पड़ गए कि इसी राइफल का अत्याधुनिक वर्जन एके 203 अब भारत में बन रहा है।


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