रात में वाहनों के लिए लगानी पड़ी दौड़
चुनाव कराकर रात वापस लौटे कई मतदानकर्मियों को घर लौटने के लिए वाहन नहीं मिले। इससे उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। कॉलेज मैदान से रवाना
परेशान हुए कई मतदानकर्मी
घर लौटने के लिए वाहनों का करते रहे इंतजार
बारां. जिले में विधानसभा चुनाव कराकर शुक्रवार रात वापस लौटे कई मतदानकर्मियों को घर लौटने के लिए वाहन नहीं मिले। इससे उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।
कॉलेज मैदान से रवाना होने वाले वाहनों में जगह नहीं मिली तो कई कर्मचारी रात एक बजे बाद तक भी यहां चारमूर्ति चौराहा पर बसों का इंतजार करते रहे। इस दौरान मतदान पार्टियों को छोडक़र जाने वाली बस, जीप चारमूर्ति चौराहा पहुंची तो कर्मचारी दौड़ पड़े। यहां चौराहे पर कोटा, अन्ता व छीपाबड़ौद क्षेत्र के पुलिसकर्मियों को देर रात तक वाहनों के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा। कुछ कर्मचारी मध्यरात्रि के बाद तक रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार करते रहे।
कोटा के सौ रुपए किराया
रात में साधन नहीं मिलने से परेशान कर्मचारियों ने एक जीप चालक को कोटा जाने के लिए सौ रुपए प्रति सवारी देने की बात की, लेकिन चालक का कहना था कि 11 सवारी होगी तो ही वह जाएगा।
इस पर कुछ कर्मचारी तो जीप में सवार हो गए, लेकिन अन्य कर्मचारी सौ रुपए देने पर राजी नहीं हुए तो चालक जीप लेकर नहीं गया। इसके बाद रात करीब सवा एक बजे कॉलेज मैदान में मतदान दलों को छोडक़र लौटी एक निजी स्कूल की व एक अन्य निजी बस पहुंची तो कर्मचारी दौड़ पड़े तथा दो बसों में सवार होकर कोटा के लिए रवाना हुए।
अन्ता के यात्री तो उसके बाद भी देर तक परेशान रहे।
प्रशासन ने की थी नि:शुल्क व्यवस्था
प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि प्रशासन की ओर से मतदान कर्मियों के लिए कॉलेज मैदान से बसों की व्यवस्था की गई थी। सभी मार्गों पर बसें रवाना की गई थी। इसके लिए ऐलान भी कराया गया था। इसके बावजूद कई कर्मचारी व्यवस्था नहीं बनी तो वहां से पैदल ही हाथों में बैग आदि सामान लेकर चारमूर्ति चौराहा बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन के लिए रवाना हो गए। वहीं कुछ शहर में उनके परिचित रिश्तेदारों के यहां निकल गए थे।
& छबड़ा-छीपाबड़ौद के लिए बसें रवाना की गई थीं, शाहाबाद व कस्बाथाना के लिए दो बसे विशेष तौर पर रवाना की गई थी। कोटा के लिए तो कॉलेज से ही बसें जा रही थीं। एलान भी कराया गया था, कुछ पुलिसकर्मी जरूर स्वयं के स्तर पर गए होंगे। निर्वाचन विभाग के निर्देशानुसार कर्मचारियों के लिए पूरी व्यवस्था की गई थी।
दिनेश सागर, जिला परिवहन अधिकारी
रिपोर्ट – हंसराज शर्मा द्वारा
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