झालवाड़ रोड रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण, अभी आरएसआरडीसी ने शुरू कराई पिएर के लिए खुदाई, झालावाड़ रोड की बसें अब अटरू रोड से बारां
बारां. बारां-झरलरवाड़ रोड रेलवे फाटक (तेलफैक्ट्री ) पर अब ओवर ब्रिज के निर्माण को गति देने के लिए शहर की यातायात व्यवस्था में बदलाव किया गया है। कई जगह निर्माण कार्य प्रगति पर होने के संकेतक लगने से दुपहिया व चारपहिया वाहन वैकल्पिक मार्गों से मार्गों से निकलने रहे हैं। हालांकि अभी दुपहिया वाहनों चालकों को राहत मिली हुई है। रेलवे फाटक से सटकर रेल विभाग की ओर से अंडरपास के निर्माण कराए जाने से आने वाले दिनों में दुपहिया चालकों को जयादा परेशानी नहीं होगी। लेकिन चार पहिया वाहनों को अब शहर में प्रवेश के लिए लम्बी दूरी तय करने होगी। इसके लिए यातायात विभाग नित नए संकेतक लगा रहा है।
अब अटरू रोड से आएंगी रोडवेज
झालावाड़ से बारां आने वाली रोडवेज की सभी बसें शुक्रवार से अटरू रोड, अम्बेडकर सर्किल, दीनदयाल पार्क व खजूरपुरा तिराहा होते हुए बस स्टैंड आएंगी व जाएंगी। डिपो प्रबंधक सुनीता जैन ने बताया कि फिलहाल यह व्यवस्था प्रभावी रहेगी, लेकिन दीनदयाल पार्क के निकट निर्माण शुरू होने के बाद बसों को कोटा रोड होते हुए बारां डिपो तक लाया व ले जाया जाएगा। जबकि यातायात पुलिस का कहना है शहर में जिस क्षेत्र में निर्माण होगा, वहीं भारी वाहनों का प्रवेश निषेद्य कर वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही। ऐसे प्रयास किए जाएंगे कि नर्माण होने के दौरान ही यातायात व्यवस्था को डायवर्ट कर लोगों की परेशानी को कम किए जाए।
34 करोड़ रुपए है निर्माण लागत
इस आरओबी की कुल लागत लगभग 34 करोड़ रुपए अनुमानित है। इसमें आधा हिस्सा राज्य सरकार व आधा हिस्सा रेलवे विभाग वहन करेगा। राजस्थान स्टेट रोड डवलपमेंट एण्ड कंसट्रक्शन कार्पोरेशन (आरएसआरडीसी) को इसकी निर्माण एजेंसी बनाया गया है, जिसने अब संवेदक के माध्यम से निर्माण की आरम्भिक प्रक्रिया शुरू कराई है। इस ओवर ब्रिज के निर्माण में ३ पिएर (पिल्लर) का निर्माण रेल विभाग खुद कराएगा। यह पिएर फाटक से निकल रही दो रेलवे लाइनों को पूरी तरह कवर करेगा। आरएसआरडीसी के सहायक अभियंता जेपी गुप्ता ने बताया कि निर्माण पूर्व में तय डिजाइन के अनुसार ही कराया जा रहा है। लेकिन बाद में थोड़ा बहुत बदलाव होने से इनकार नहीं नहीं किया जा सकता