बरेली

हैदरी दल की गतिविधियों से बरेली से लखनऊ तक प्रदेश में हड़कंप, DGP ने सभी जिलों से मांगी रिपोर्ट, प्रतिबंध की आशंका

उत्तर प्रदेश में तेजी से पांव पसार रहे कट्टरपंथी संगठन हैदरी दल को लेकर पुलिस महकमे में खलबली मच गई है। डीजीपी राजीव कृष्णने राज्य के सभी जिलों के पुलिस कप्तानों से इस संगठन की गतिविधियों पर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। 

less than 1 minute read
Jun 10, 2025

बरेली। उत्तर प्रदेश में तेजी से पांव पसार रहे कट्टरपंथी संगठन हैदरी दल को लेकर पुलिस महकमे में खलबली मच गई है। डीजीपी राजीव कृष्णने राज्य के सभी जिलों के पुलिस कप्तानों से इस संगठन की गतिविधियों पर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। इसमें यह पूछा गया है कि यहसंगठन कब बना, किन जिलों में सक्रिय है, इसके सदस्यों की आपराधिक पृष्ठभूमि क्या है और उनकी गतिविधियों पर अब तक क्यानिगरानी की गई है।

गांधी उद्यान प्रकरण बना ट्रिगर

हैदरी दल की गतिविधियों का भंडाफोड़ तीन दिन पहले तब हुआ, जब इसके कार्यकर्ताओं ने बरेली के गांधी उद्यान में समुदाय विशेष कीयुवतियों को रोककर उनसे कथित तौर पर पूछताछ की और वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वायरल वीडियोमें युवतियों से न केवल बदसलूकी की गई, बल्कि उनके धर्म पर भी सवाल उठाए गए। कोतवाली पुलिस ने इस मामले में हैदरी दल केखिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।

🛑 वायरल स्टेटस: "केस निपट गया है, डरने की बात नहीं"

एफआईआर दर्ज होने के बाद आरोपी भूमिगत हो गए हैं, लेकिन हैदरी दल की ओर से सोशल मीडिया अकाउंट "Haideri Dal Bareilly UP" से एक स्टेटस डाला गया जिसमें सीओ प्रथम आशुतोष शिवम का फोटो लगाकर लिखा गया –

> “Alhamdulillah case solved ho gaya hai, darne ki koi baat nahi, hum log kagaz nahi hain.”

यह स्टेटस सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे पुलिस की कार्यवाही को लेकर सवाल उठने लगे। इस अकाउंट से ‘जेहाद कीतैयारी करो’ जैसे उत्तेजक नारे और वीडियो पोस्ट किए गए हैं।

🔍 शोएब रज़ा कादरी पर संदेह

इसी अकाउंट से जुड़ा एक नाम शोएब रज़ा कादरी भी सामने आया है, जिसकी पुलिस पड़ताल कर रही है। पुलिस को शक है कि इसव्यक्ति ने संगठन के अन्य सदस्यों को भी सोशल मीडिया के जरिए उकसाया और संगठित किया।

📲 सोशल मीडिया पर जहरीला प्रचार

जांच में पता चला है कि हैदरी दल बरेली सहित कई जिलों में सोशल मीडिया पर चार-पांच फेक अकाउंट्स के जरिए सक्रिय है। इनअकाउंट्स से धार्मिक कट्टरता फैलाने, युवतियों की निजता में दखल देने, और इजराइल-गाजा, वक्फ कानून, अवैध मजारों की विध्वंसजैसी घटनाओं को लेकर भड़काऊ कंटेंट साझा किया गया है।

इन वीडियो और पोस्टों के जरिए समुदाय विशेष के लोगों को भड़काने और सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई। इसकेचलते पुलिस ने इंटेलिजेंस एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया है।

संभावित प्रतिबंध की तैयारी

राज्य सरकार तक यदि इन रिपोर्ट्स का निष्कर्ष पहुंचता है, तो हैदरी दल पर प्रतिबंध की कार्रवाई की जा सकती है। सूत्रों के अनुसार, पुलिस पहले ही इसकी गतिविधियों को लेकर गोपनीय रिपोर्ट शासन को भेज चुकी है।

सीओ प्रथम आशुतोष शिवम ने स्पष्ट कहा—

> “हैदरी दल के सदस्य किसी मुगालते में न रहें। किसी की निजता में दखल देना, वीडियो बनाना और वायरल करना कानूनन अपराधहै। आरोपियों की पहचान कर ली गई है, जल्द गिरफ्तारी होगी।”

मौलाना की अपील: कानून हाथ में न लें

हैदरी दल से जुड़े कुछ युवकों ने ऑल इंडिया रजा एक्शन कमेटी के युवा अध्यक्ष मौलाना अब्दुल्ला रज़ा कादरी से संपर्क कर मददमांगी। इस पर मौलाना ने कहा—

> “कानून को हाथ में न लें। अवैध रिश्तों की जानकारी हो तो संबंधित परिवार को सूचित करें, न कि खुद फैसला करें। सोशल मीडियाका इस्तेमाल जिम्मेदारी से करें।”

Also Read
View All
31 दिन नॉन-स्टॉप एग्जाम, रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने जारी किया कैलेंडर, 2 से 31 जनवरी तक बिना छुट्टी परीक्षा, रविवार को भी

अब खुले में अंडे बेचोगे तो फंसोगे, पैकिंग-लेबलिंग जरूरी, छह महीने बाद सख्त कार्रवाई, एफएसएसएआई ने दिए ये निर्देश

दो घंटे में बरेली से पहुंच जाएंगे आगरा, 7700 करोड़ की एक्सप्रेसवे परियोजना ने पकड़ी रफ्तार, मथुरा हाथरस जाना भी हुआ आसान

शादी में बरपा खूनी कहर: तलवारों से सुरेंद्र पाल की हत्या, गैंगस्टर एक्ट में दोषी पांच को उम्रकैद, फरार आरोपियों की होगी कुर्की

क्या आज आपकी दुकान की बारी, करोड़ों के बकाये पर निगम की सीलिंग स्ट्राइक, शोरूम–मार्केट बंद, व्यापारियों में खौफ

अगली खबर