
आरोपी कन्हैया गुलाटी
बरेली। प्लॉट, ब्याज और निवेश तीनों लालच देकर करोड़ों हड़पने वाली कैनविज कम्पनी अब बरेली का सबसे बड़ा रियल एस्टेट घोटाला बनती जा रही है। एमडी कन्हैया गुलाटी और उसका पूरा नेटवर्क ध्वस्त होता दिखाई दे रहा है। कन्हैया गुलाटी गिरोह पर 2 और नई एफआईआर दर्ज हुई हैं। एक महीने में ही कन्हैया गुलाटी और उसके गैंग पर 8 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं।
सूत्रों की मानें तो गुलाटी पिछले दिनों परिवार सहित देश छोड़कर भाग चुका है और भागने से पहले अपनी संपत्तियाँ ठिकाने लगाकर गया है। वहीं कंपनी के नेटवर्क से जुड़े एजेंट भी गायब हैं, ये पूरा मामला ठगी के एक संगठित सिंडिकेट की तरह सामने आ रहा है।
फरीदपुर तहसील के ग्राम हृदयपुर उर्फ अन्धरपुर स्थित कैनविज विलीज वैली में 2015 में प्लॉट बेचते समय कंपनी ने दो साल में साइट को विकसित करने का वादा किया। सड़क, पार्क, नाली, स्ट्रीट लाइट, बिजली पोल, गेट सब कुछ लेकिन 8 साल बीत चुके, साइट पर एक ईंट तक नहीं लगी। पीड़िता अंजू गुप्ता ने एसएसपी अनुराग आर्य को शिकायत दी। जांच का आदेश हुआ और बारादरी पुलिस ने केस दर्ज कर लिया।
कुशाग्र और कैनविज के एजेंटों ने बदायूं निवासी शिवकुमार को 5–5 लाख रुपये पर प्रति माह 5 प्रतिशत ब्याज का लालच दिया। कुछ महीने किस्तें आईं और फिर अचानक फोन, दफ्तर बंद हो गए और सभी एजेंट गायब हो गए। तनाव इतना बढ़ा कि पीड़ित ने घर तक गिरवी रख दिया। मामला उच्चाधिकारियों के पास पहुंचा, फिर बारादरी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की।
अब तक लगभग 769 पीड़ित, जिनसे 26 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी सामने आ चुकी है। सिर्फ प्लॉट मामले में 3000 प्लॉट बेचकर 60 करोड़ वसूले जाने के आरोप हैं। कई दूसरी योजनाओं में भी यही तरीका वादे करो, पैसा लो, विकास मत करो, फोन बंद करो, ऑफिस बंद करो।
लगातार एफआईआर, बढ़ती शिकायतें और पीड़ितों का संगठन कैनविज विक्टिम एसोसिएशन अब पुलिस तेजी से शिकंजा कस रही है। सभी मामलों को जोड़कर बड़ा केस तैयार किया जा रहा है। कन्हैया गुलाटी पर जिस पैमाने की शिकायतें सामने आ रही हैं, उसे देखते हुए यह साफ हो चुका है बरेली ने अब तक का सबसे बड़ा रियल एस्टेट और निवेश घोटाला झेला है। पीड़ितों की संख्या और रकम हर दिन बढ़ रही है।
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Published on:
09 Dec 2025 10:22 pm
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