
बरेली। बरेली कालेज का माहौल ऐसा गरमाया कि परिसर मानो युद्धक्षेत्र बन गया। दोपहर में परीक्षा देने आए निजी कालेज के छात्रों और शिक्षकों के बीच हुई जमकर नोकझोंक ने पूरे कॉलेज में अफरातफरी मचा दी। आरोप है कि एक छात्र ने प्राक्टोरियल बोर्ड के सामने अभद्र भाषा का प्रयोग किया, तो बोर्ड सदस्य ने उसे थप्पड़ जड़ दिया। इससे खफा छात्रों ने परीक्षा खत्म होने के बाद अचानक पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिससे शिक्षक और विद्यार्थी इधर-उधर भागते नजर आए।
बीबीए के पांचवें सेमेस्टर के को-करिकुलर विषय का पेपर तीसरी पाली में दोपहर दो बजे से चार बजे तक चल रहा था। घटना से ठीक पहले, करीब 1:40 बजे, बैरियर के पास प्राक्टोरियल बोर्ड की टीम चेकिंग कर रही थी। तभी कुछ छात्र कक्षाओं की तरफ जाते हुए एक-दूसरे से अभद्र भाषा बोलने लगे। चीफ प्राक्टर और अन्य शिक्षक उन्हें रोककर डांटने लगे, लेकिन छात्र बहस करने पर उतारू हो गए।
घटना तब और बिगड़ी जब एक छात्र को थप्पड़ मारा गया। छात्र विरोध में कक्षा में प्रवेश कर परीक्षा देने चले गए, लेकिन शाम करीब चार बजे वही छात्र और उनके साथियों ने प्राक्टोरियल बोर्ड के खिलाफ सड़कों पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। पत्थरबाजी की चपेट में सुरक्षाकर्मी और शिक्षक भी आए। अफरातफरी का आलम यह था कि शिक्षक और विद्यार्थी बचने के लिए इधर-उधर दौड़ते नजर आए।
सुरक्षाकर्मियों की मदद से दो छात्रों को पकड़ लिया गया, जिन्होंने खुद को बीबीए का छात्र बताया। मौके पर पहुंची पुलिस और छात्रों के परिजन ने भी स्थिति को काबू करने की कोशिश की। देर शाम छात्रों ने माफीनामा लिखकर पत्थरबाजी में शामिल नहीं होने की बात कही, तब जाकर स्थिति पर काबू पाया गया। कालेज प्रशासन ने रुहेलखंड विश्वविद्यालय के कुलसचिव को पत्र लिखकर आरबीएमआइ के छात्रों की भूमिका संदिग्ध बताई और केंद्र को कॉलेज से हटाने की मांग की। गौरतलब है कि बीते वर्ष भी बरेली कालेज में शिक्षक और आरबीएमआइ के छात्रों के बीच तनाव का मामला चर्चा में रहा था।
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Updated on:
15 Dec 2025 09:54 pm
Published on:
15 Dec 2025 09:52 pm
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