
बरेली। नकली, नशीली और मिलावटी दवाओं के धंधे पर नकेल कसने के लिए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) ने शुक्रवार को गली नवाबान और मॉडल टाउन में बड़ी कार्रवाई की। अचानक हुई इस छापेमारी से दवा बाजार में खलबली मच गई। टीम ने तीन दवा एजेंसियों से करीब 45 हजार रुपये मूल्य के नारकोटिक और कोडीन युक्त कफ सिरप की बिक्री तत्काल रोक दी। साथ ही पांच ऐलोपैथिक दवाओं के सैंपल लेकर उन्हें राजकीय प्रयोगशाला वाराणसी भेज दिया गया है।
एफएसडीए की टीम ने मैसर्स एक्सट्रीम हेल्थ सॉल्यूशन, मैसर्स पवन फार्मास्यूटिकल्स (गली नवाबान) और पवन फार्मास्यूटिकल्स (मॉडल टाउन) पर एक साथ दबिश दी। फर्म स्वामियों की मौजूदगी में टीम ने औषधि विक्रय लाइसेंस, भंडारित दवाओं की गुणवत्ता, खरीदी-बिक्री का हिसाब और खासतौर पर नारकोटिक्स व कोडीन मिश्रित कफ सिरप की बिक्री की बारीकी से जांच की।
औषधि निरीक्षक राजेश कुमार के मुताबिक टीम ने तीनों फर्मों से दो वर्षों का पूरा क्रय-विक्रय रिकॉर्ड मांगा है। कफ सिरप सहित पांच दवाओं के नमूनों को जांच के लिए लैब भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कठोर कार्रवाई तय है। सभी मेडिकल स्टोरों की रिपोर्ट सहायक आयुक्त (औषधि) को भेजी जा रही है।
कार्यवाही के बाद दवा बाजार में चर्चा है कि कई एजेंसियों पर मिलावटी, एक्सपायरी या अवैध कफ सिरप की बिक्री की आशंका लंबे समय से जताई जा रही थी। लखनऊ मुख्यालय के निर्देश पर हुई इस सख्त कार्रवाई ने अब सभी दवा कारोबारियों में हड़कंप मचा दिया है।
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Updated on:
22 Nov 2025 10:26 am
Published on:
22 Nov 2025 10:25 am
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