बरेली। साइबर धोखेबाजों ने तीन माह में आधार कार्ड में फेर बदलकर दो करोड़ की धोखाधड़ी की। कोतवाली पुलिस ने फर्जीवाड़ा करने वाले गैंग का पर्दाफाश कर दो धोखेबाजों को गिरफ्तार कर लिया है। तीन आरोपी फरार हैं। दस बैंक खाता सीज किए गए हैं। उसमें 6.5 लाख रुपये को भी फ्रीज कराया गया है।
आधार कार्ड में केवाईसी करने के नाम पर करते थे ठगी
कोतवाली के एसआई हरि किशोर मौर्य की तरफ से एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने चौकी चौराहा क्षेत्र स्थित यस बैंक के पास पांच लोगों को बातचीत करते देखा। घेराबंदी कर दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि तीन लोग फरार हो गए। पूछताछ में उसने अपना नाम योगेंद्र पुत्र कमलेश कुमार निवासी ग्राम सस्ता थाना शाहबाद जिला हाथरस बताया। उसके हाथ में थैली थी। इसमें स्टेट बैंक, आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, एचडीएफसी बैंक के कुछ दस्तावेज थे। आरोपियों ने 2 जून से 30 अगस्त तक एक करोड़ 30 लाख क्रेडिट किये। इसमें से 45 लाख 38 हजार पिछले पांच दिन में निकल गए। स्टेट बैंक कनाडा के अनुसार योगेंद्र कुमार मकान नंबर दो सनराइज एंक्लेव पार्ट 2 ग्रीन पार्क सिटी बरेली है। एसपी सिटी ने बताया कि आरोपी आधार कार्ड में नाम पता बदलते थे। इसके बाद केवाईसी के नाम पर धोखाधड़ी कर बैंक खातों से रुपये निकालते थे।
पूछताछ में फरार तीनों आरोपियों के नाम सामने आए
आरोपी अभिषेक गंगवार ने बताया कि उत्कर्ष स्मॉल बैंक फाइनेंस में योगेंद्र कुमार का लॉक खाता खुलवाने आया था। फरीदाबाद से राज राजपूत की व्हाट्सएप कॉल आई थी कि योगेंद्र ने खाता बंद कर दिया है। उसे खुलवा देना। पुलिस ने बताया राज राजपूत और एक अज्ञात का नाम प्रकाश में आया है। उसके खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज की गई है।