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बिलो रेट का खेल, ठेकेदारों की ठाठ, सड़कें हुई राख, अफसर नेताओं की कृपा से बरस रहे टेंडर, गुणवत्ता खराब, चार फर्में फ़ंसी

कमीशनखोरी और बिलो टेंडर की आड़ में सड़क निर्माण में जमकर धांधली हो रही है। श्रेणी ‘ए’ की चार निर्माण कंपनियों ने 25 प्रतिशत से अधिक बिलो दर पर टेंडर लेकर सड़क की गुणवत्ता के साथ खिलवाड़ किया। लोक निर्माण विभाग की जांच में गंभीर अनियमितताएं पकड़ी गईं, जिसके बाद चारों फर्मों को नोटिस जारी करते हुए 15 दिन के अंदर जवाब तलब किया गया है।

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बरेली। कमीशनखोरी और बिलो टेंडर की आड़ में सड़क निर्माण में जमकर धांधली हो रही है। श्रेणी ‘ए’ की चार निर्माण कंपनियों ने 25 प्रतिशत से अधिक बिलो दर पर टेंडर लेकर सड़क की गुणवत्ता के साथ खिलवाड़ किया। लोक निर्माण विभाग की जांच में गंभीर अनियमितताएं पकड़ी गईं, जिसके बाद चारों फर्मों को नोटिस जारी करते हुए 15 दिन के अंदर जवाब तलब किया गया है। विभाग ने चेतावनी दी है कि जवाब संतोषजनक न होने पर फर्मों को ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा।

मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग बरेली अजय कुमार ने सीधा आरोप लगाया कि अनुबंध शर्तों की अनदेखी की गई, बैच मिक्स की जगह ड्रम बेस्ड हॉट मिक्स प्लांट का इस्तेमाल हुआ, साइट पर प्रोजेक्ट मैनेजर और इंजीनियर तक नहीं मिले। यह न सिर्फ गुणवत्ता से धोखा है, बल्कि सरकारी धन की बर्बादी भी।

बरेली, बदायूं, शाहजहांपुर और पीलीभीत की सड़कों में खुली पोल

जांच में लखनऊ की एसएस इंफ्रोजोन प्रा. लि., बदायूं की एबी इंफ्राजोन, गाजियाबाद की बीपी कंस्ट्रक्शन और बरेली की शर्मा कंस्ट्रक्शन कंपनियों के कार्यों में गड़बड़ियां मिलीं। इनमें भमोरा-शाहबाद-बिलारी मार्ग, फरीदपुर-बीसलपुर मार्ग, शाहजहांपुर की 28 किमी सड़क और पीलीभीत की 13 किमी सड़क का निर्माण शामिल है। कई सड़कों की हालत शुरुआती महीनों में ही बिगड़ गई है। मुख्यमंत्री के निर्देशों के बावजूद ठेकेदारों की मनमानी जारी है। जानकारों का कहना है कि इतनी नीची दर पर टेंडर तभी संभव है जब सामग्री और निर्माण गुणवत्ता में भारी कटौती की जाए। विशेषज्ञ दावा कर रहे हैं कि अभियंताओं और ठेकेदारों की मिलीभगत से यह पूरा खेल चल रहा है।

शर्मा कंस्ट्रक्शन पर तगड़ा झटका: नगर एक्ट में 10 लाख का जुर्माना

सीएम ग्रिड योजना में बरेली नगर निगम ने भी एक्शन मोड में आते हुए बड़ा फैसला सुनाया है। कोहाड़ापीर से कुदेशिया रोड के निरीक्षण के दौरान निर्माण में देरी, बदइंतजामी और बार-बार चेतावनी के बावजूद कार्य पूरा न होने पर कार्यदायी संस्था शर्मा कंस्ट्रक्शन पर नगर एक्ट में 10 लाख रुपये का जुर्माना ठोक दिया गया है।

नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य ने साफ चेतावनी दी कि देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सड़क खोदकर छोड़ने से पाइप टूटे, सड़क टूटी और दुर्घटना का खतरा बढ़ा। तत्काल सुधार न हुआ तो और कड़ी कार्रवाई होगी। नगर आयुक्त ने मौके पर खड़ी मशीनरी और अव्यवस्थित कार्य देखकर तीखी नाराजगी जताई। स्थानीय लोगों ने सड़क टूटने, धूल, पानी रिसाव और जाम की शिकायतें दर्ज कराईं। नगर निगम ने मुख्य अभियंता को रोजाना निगरानी रिपोर्ट देने, धीमे काम और दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए।