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झोलाछाप ने खोल दी स्वास्थ्य महकमे की वसूली की पोल- देखें वीडियो

सीएमओ कार्यालय पहुंच कर झोलाछाप ने एसीएमओ पर गंभीर आरोप लगाए। झोलाछाप ने आरोप लगाया कि एसीएमओ ने खुद को सीएमओ बता कर जांच के नाम पर उससे 55 हजार रूपये ले लिए। जब झोलाछाप सीएमओ ऑफिस पहुंचा तो उसे पता चला कि सीएमओ तो कोई और है।

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बरेली। झोलाछाप के दावे से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया। सीएमओ कार्यालय पहुंच कर झोलाछाप ने एसीएमओ पर गंभीर आरोप लगाए। झोलाछाप ने आरोप लगाया कि एसीएमओ ने खुद को सीएमओ बता कर जांच के नाम पर उससे 55 हजार रूपये ले लिए। जब झोलाछाप सीएमओ ऑफिस पहुंचा तो उसे पता चला कि सीएमओ तो कोई और है। वहीँ मामला संज्ञान में आने के बाद सीएमओ ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

झोलाछाप ने लगाए आरोप
जिला अस्पताल पहुंचा झोलाछाप बाबूराम ने एसीएमओ अशोक कुमार पर आरोप लगाए हैं। बाबूराम का आरोप है कि एसीएमओ अशोक कुमार शुक्रवार को सिरौली थाना क्षेत्र स्थित शिवपुरी गांव में उसके क्लीनिक पर पहुंचे थे और अपने आप को सीएमओ बताया था और 60 हजार रूपये की मांग की थी। रुपए नहीं देने पर जेल भेजने की धमकी दे रहे थे। काफी गिड़गिड़ाने के बाद एसीएमओ ने 55 हजार में बात मानी। जिसके बाद बाबूराम ने ब्याज पर रुपए उधार लेकर एसीएमओ को सीएमओ समझ कर दे दिए। जब बाबूराम सीएमओ कार्यालय पहुंचा तो इस बात का खुलासा हुआ। उसे पता चला कि सीएमओ तो विनीत कुमार शुक्ला है जबकि अशोक कुमार एसीएमओ है। जिसके बाद बाबूराम ने सीएमओ से एसीएमओ की लिखित शिकायत की है। बाबूराम का कहना है की वो गांव में क्लीनिक चलाता है और उसके पास कोई डिग्री नहीं है।

जमकर हुई बहस

जब बाबूराम एसीएमओ अशोक कुमार के ऑफिस में पहुंचा तो दोनों लोगों के बीच जमकर कहासुनी हुई पहले तो एसीएमओ मीडिया से यह कहते रहे कि वह किसी बाबूराम को नहीं जानते लेकिन जब बाबूराम सामने आया तो एसीएमओ ने इस बात को स्वीकार किया कि वह उसके क्लीनिक पर गए थे लेकिन उन्होंने किसी तरह के पैसे की डिमांड नहीं की। फिलहाल भ्रष्ट एसीएमओ पर पहले भी कई बार इस तरीके के आरोप लगते रहे हैं।

सीएमओ ने शुरू कराई जांच
मामला सीएमओ विनीत कुमार शुक्ला के संज्ञान में आया तो उनका कहना है यह काफी गंभीर मामला है और इसकी वह जांच कराएंगे। जांच में अगर एसीएमओ अशोक कुमार दोषी साबित होते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना है कि उनके पास किसी तरीके का कोई पैसा नहीं पहुंचा है ना ही वह किसी से कोई पैसा लेते हैं। अगर एसीएमओ अशोक कुमार ने बाबूराम से रुपये लिए है तो यह बहुत ही गंभीर मामला है। सीएमओ का कहना है कि एसीएमओ डॉ अशोक कुमार के पास झोलाछाप डॉक्टरों की जांच की कोई जिम्मेदारी भी नहीं है। ऐसे में अगर वह जांच करने गए थे तो यह गलत है।