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खुसरो कालेज ने फर्जी डिग्री बांटकर ठगे 3.70 करोड़, भाजपा नेता जाफरी समेत तीन पर दूसरी रिपोर्ट

सीबीगंज के खुसरो मैमोरियल पीजी कॉलेज ने फर्जीबाड़ा कर सत्र 2019-2020 से बिना मान्यता के ही बी फार्मा, डी फार्मा और पैरामेडिकल कोर्स में एडमिशन लेकर छात्रों से 3.70 करोड़ रुपये ठग लिये। कालेज उन्हें फर्जी डिग्री बांट रहा था।

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दो मुकदमों के आरोपी शेर अली जाफरी के बेटे के साथ इंस्पेक्टर सीबीगंज

बरेली। सीबीगंज के खुसरो मैमोरियल पीजी कॉलेज ने फर्जीबाड़ा कर सत्र 2019-2020 से बिना मान्यता के ही बी फार्मा, डी फार्मा और पैरामेडिकल कोर्स में एडमिशन लेकर छात्रों से 3.70 करोड़ रुपये ठग लिये। कालेज उन्हें फर्जी डिग्री बांट रहा था। जीटीआई प्रिंसिपल नरेंद्र कुमार ने थाना सीबीगंज में कॉलेज चेयरमैन एवं भाजपा नेता शेर अली जाफरी, प्रधानाचार्य विश्वनाथ शर्मा और आस्था कंसल्टेंसी के प्रोपराइटर डॉ. विजय शर्मा पर रिपोर्ट दर्ज कराई है।

सत्र 2019-2020 से यह फर्जीवाड़ा कर रहा था सीबीगंज का खुसरो मैमोरियल पीजी कॉलेज
खुसरो मैमोरियल पीजी कॉलेज में डी फार्मा की फर्जी डिग्री बांटने का मामला सामने आने पर शासन ने जीटीआई प्रधानाचार्य नरेंद्र कुमार को जांच के आदेश दिये थे। जांच रिपोर्ट मे कहा गया कि खुसरो मेमोरियल पीजी कॉलेज के चेयरमैन सनइया रानी सीबीगंज निवासी शेर अली जाफरी, सुभाषनगर में शांति विहार निवासी आस्था कंसल्टेंसी के प्रोपराइटर डॉ. विजय शर्मा और स्लीपर रोड सीबीगंज के विश्वनाथ शर्मा खुसरो आईटीआई के कथित प्रधानाचार्य इस कॉलेज में अवैध रूप से बी फार्मा, डी फार्मा और पैरामेडिकल कोर्स संचालित कर रहे थे। इन्होंने भोजीपुरा के अभयपुर केसोपुर के जाकिर अली और मीरगंज के मोहल्ला मीर खां बाबर नगर के तारिक अल्वी को लिपिक के पद पर अवैध रूप से नियुक्त कर रखा है।

बिना मान्यता बी फार्मा, डी फार्मा और पैरामेडिकल कोर्स में किए एडमिशन, बांटी फर्जी डिग्रियां
जांच में 24 छात्रों के बयान दर्ज किए। तीनों आरोपियों ने धोखाधड़ी कर कूटरचित दस्तावेजों से आपराधिक षडयंत्र रचकर 2019-2020 से अब तक तीन सत्र में 379 छात्र-छात्राओं को डीफार्मा में प्रवेश देकर उनसे लगभग 3.70 करोड़ रुपये वसूल लिये। उन्हें फर्जी मार्कशीट व डिग्री देकर उनका भविष्य अंधकारमय कर दिया। सुनियोजित साजिश के तहत विश्वनाथ शर्मा ने स्वयं को और शेर अली जाफरी को बचाने के लिए आस्था कंसल्टेंसी के डॉ. विजय शर्मा के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज करा दी। इसी आधार पर शेर अली जाफरी, विश्वनाथ शर्मा और डॉ. विजय शर्मा को दोषी मानते हुये मुकदमा दर्ज कराया गया है।

जब सैंया भये कोतवाल तो डर काहे का

दरअसल खुसरो डिग्री कॉलेज के एमडी शेर अली जाफरी और उनके बेटे पर कार्रवाई इस वजह से नहीं हो रही है कि इंस्पेक्टर सीबीगंज राजबली यादव उनके काफी करीबी हैं। यह बात हम नहीं कह रहे हैं तस्वीर इशारा कर रही है। शेर अली जाफरी के बेटे फिरोज अली जाफरी और इंस्पेक्टर सीबीगंज राजबली यादव की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।


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