
बरेली। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के नेटवर्क का बरेली लिंक एक बार फिर उजागर हो गया है। बारादरी क्षेत्र के मोहल्ला चक महमूद निवासी मो. रजा उर्फ लल्ला गद्दी की हिस्ट्रीशीट खोल दी गई है। लल्ला गद्दी का नाम न सिर्फ अशरफ गैंग से जुड़ता है, बल्कि उस पर गैंगस्टर, गुंडा एक्ट, हत्या, जानलेवा हमला और आर्म्स एक्ट जैसे दस गंभीर मुकदमे भी दर्ज हैं। पुलिस ने उसे अब हाई-वॉच लिस्ट में डाल दिया है।
प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र में रहने वाले माफिया अशरफ को 11 जुलाई 2020 को प्रशासनिक आधार पर नैनी जेल से बरेली सेंट्रल जेल-2 शिफ्ट किया गया था। इसी दौरान उसका साला सद्दाम बरेली में सक्रिय हुआ और फाइक एन्क्लेव में किराये के मकान में रहकर नेटवर्क फैलाने लगा।
इसी नेटवर्क में लल्ला गद्दी की एंट्री हुई। पुलिस जांच में सामने आया कि सद्दाम और लल्ला गद्दी एक ही आईडी पर बार-बार, बिना पर्ची के, जेल में अशरफ से अवैध मुलाकात करते थे। मौका-ए-मुल्कात पर लल्ला गद्दी अशरफ के लिए विशेष सुविधाएं तक पहुंचाता था।
उमेश पाल हत्याकांड के बाद जब अशरफ की गतिविधियों की कड़ियां कई शहरों से जुड़ीं, तब बरेली का यह गिरोह भी सामने आया। जांच में उजागर हुआ कि सद्दाम, लल्ला गद्दी और उसके साथी न सिर्फ अवैध मुलाकातों में शामिल थे, बल्कि गैंग के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे थे।
बाद में पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की और कई गुर्गों को जेल भेजा। हाल ही में गुंडा एक्ट में कार्रवाई के बाद अब लल्ला गद्दी की हिस्ट्रीशीट खोलकर उसे लगातार निगरानी में रखा जा रहा है।
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि लल्ला गद्दी के खिलाफ बारादरी और बिथरी चैनपुर थानों में 10 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इसमें अवैध मुलाकात, गैंगस्टर एक्ट, हत्या, हत्या का प्रयास, मारपीट और आर्म्स एक्ट जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हिस्ट्रीशीट खुलने के बाद उसकी हर गतिविधि पर खास निगरानी रहेगी।
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Published on:
22 Nov 2025 09:22 am
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