"मेरा हक फाउंडेशन" की अध्यक्ष फरहत नकवी को ऑनलाइन डिलीवरी प्लेटफॉर्म Zepto से मंगाई गई कच्ची मूंगफली के पैकेट में कीड़े और फफूंद मिली। इस घटना से नाराज होकर उन्होंने खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) और उपभोक्ता फोरम में शिकायत दर्ज कराई है।
बरेली। "मेरा हक फाउंडेशन" की अध्यक्ष फरहत नकवी को ऑनलाइन डिलीवरी प्लेटफॉर्म Zepto से मंगाई गई कच्ची मूंगफली के पैकेट में कीड़े और फफूंद मिली। इस घटना से नाराज होकर उन्होंने खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) और उपभोक्ता फोरम में शिकायत दर्ज कराई है।
फरहत नकवी ने बताया कि उन्होंने करीब एक महीने पहले मुंबई की एक कंपनी से ऑनलाइन मूंगफली का पैकेट मंगवाया था, जिसकी पैकेजिंग तिथि 3 फरवरी 2025 और एक्सपायरी तिथि 3 जून 2025 दर्ज है। शनिवार सुबह जब उन्होंने पैकेट खोला, तो मूंगफली के दानों में फफूंद जमी हुई थी और उनमें कीड़े भी पाए गए।
उन्होंने तुरंत संबंधित कंपनी और Zepto से संपर्क किया, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इसके बाद फरहत ने उपभोक्ता फोरम और एफएसडीए को मामले की जानकारी दी। एफएसडीए के सहायक आयुक्त (खाद्य द्वितीय) अपूर्व श्रीवास्तव ने सोमवार तक जांच कर आवश्यक कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। विभाग की ओर से सैंपलिंग की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
फरहत नकवी ने इस घटना के बाद आम उपभोक्ताओं को भी चेतावनी दी है कि ऑनलाइन खरीदारी करते समय बेहद सतर्क रहें। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर मिलने वाले खाद्य उत्पादों की गुणवत्ता अक्सर खराब निकलती है और कई बार कंपनियां बाजार दर से कई गुना अधिक दामों पर प्रोडक्ट बेच रही हैं।
उन्होंने लोगों से अपील की है कि कोई भी खाद्य वस्तु ऑनलाइन मंगवाने से पहले उसकी मैन्युफैक्चरिंग, एक्सपायरी डेट, रेट और रिव्यू की जांच जरूर करें। साथ ही, यदि उत्पाद में किसी भी तरह की खराबी हो, तो उसकी शिकायत उपभोक्ता फोरम या खाद्य सुरक्षा विभाग में अवश्य करें।