
बरेली। मोहब्बत, कानून और सामाजिक दबाव के त्रिकोण में फंसी एक युवती की जिंदगी आखिरकार हार गई। भमोरा थाना क्षेत्र के खेड़ा गांव में गुरुवार रात एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को सन्न कर दिया। प्रेमी के खिलाफ अदालत में बयान देने का दबाव एक विवाहिता सहन नहीं कर सकी और आधी रात को फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। जिस युवती को शुक्रवार को फास्ट ट्रैक कोर्ट में गवाही देनी थी, वह उससे पहले ही मौत की चौखट पार कर गई।
मृतका दो साल पहले गांव के ही एक युवक के साथ घर से चली गई थी। उस समय वह नाबालिग थी। गुस्साए परिजनों ने प्रेमी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया। मामला कोर्ट पहुंचा, तारीखें पड़ीं और गवाही की तलवार मृतका युवती के सिर पर लटकती रही। परिजनों के मुताबिक युवती अपने प्रेमी के खिलाफ बयान देने को तैयार नहीं थी। दिल एक तरफ था, कानून दूसरी तरफ और इसी खींचतान में उसकी मानसिक हालत बिगड़ती चली गई।
मामले के बाद युवती की शादी कादर चौक क्षेत्र के लाभारी गांव निवासी दिनेश से करा दी गई। लेकिन बीता प्यार, कोर्ट की तारीख और गवाही का दबाव उसका पीछा करता रहा। पिता कल्लू साहू ने साफ कहा मेरी बेटी बयान नहीं देना चाहती थी, वह अंदर से टूट चुकी थी। गुरुवार रात करीब ढाई बजे, नन्ही ने घर के पीछे बने टीन शेड में फंदा लगाया और झूल गई। जब परिजनों की आंख खुली तो चारपाई खाली थी। तलाश की गई तो टीन शेड में लटकी लाश ने पूरे घर को चीखों में बदल दिया।
सूचना पर पुलिस, फोरेंसिक टीम और नायब तहसीलदार मौके पर पहुंचे। पंचनामा भरकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। थाना प्रभारी सनी चौधरी के मुताबिक युवती ने आत्महत्या की है, लेकिन इस तरह की कोई सूचना नहीं है, और न ही कोई तहरीर प्राप्त हुई है। तहरीर मिलने के बाद आगे की कार्रवाई होगी। वहीं गांव में एक ही सवाल गूंज रहा है क्या गवाही का दबाव किसी की जान से बड़ा हो गया, क्या मोहब्बत को अपराध बना देने वाली व्यवस्था ने एक और जिंदगी छीन ली।
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Published on:
19 Dec 2025 08:53 pm
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