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टीबी मुक्त बरेली की ओर बढ़ा कदम: अफसरों ने गोद लिए हजारों मरीज, हर महीने पोषण किट से करेंगे मदद

टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत बरेली में शुक्रवार को एक खास पहल देखने को मिली। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित कार्यक्रम में जिले के आला अधिकारियों ने क्षय रोगियों (टीबी मरीजों) को गोद लिया। अब ये अधिकारी मरीजों के इलाज पूरा होने तक उन्हें हर महीने पोषण पोटली देंगे ताकि उनका शरीर मजबूत रहे और वो जल्दी स्वस्थ हो सकें।

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मरीजों को पोषण किट देते डीएम व अन्य अफसर (फोटो सोर्स: पत्रिका)

बरेली। टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत बरेली में शुक्रवार को एक खास पहल देखने को मिली। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित कार्यक्रम में जिले के आला अधिकारियों ने क्षय रोगियों (टीबी मरीजों) को गोद लिया। अब ये अधिकारी मरीजों के इलाज पूरा होने तक उन्हें हर महीने पोषण पोटली देंगे ताकि उनका शरीर मजबूत रहे और वो जल्दी स्वस्थ हो सकें।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपील पर शुरू हुई निक्षय मित्र योजना के तहत ये कदम उठाया गया है। इस मौके पर जिलाधिकारी अविनाश सिंह, सीडीओ, सीएमओ, एडीएम प्रशासन व वित्त, बेसिक शिक्षा अधिकारी, डीआईओएस, जीएमडीआईसी समेत तमाम विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। सभी ने टीबी मरीजों को गोद लिया और उन्हें पोषण किट सौंपी।

गोद लिए गए मरीजों को हर माह दी जाएगी पोषण पोटली

पोषण पोटली में एक किलो मूंगफली, एक किलो भुना चना, एक किलो गुड़, एक किलो सत्तू, एक किलो दाल और एक किलो पोषण सप्लीमेंट (जैसे हॉर्लिक्स या बॉर्नविटा) दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि अधिकारियों को जिन मरीजों को गोद लिया है, उन्हें हर महीने पोषण पोटली देते रहें। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन मरीजों के पास राशन कार्ड या बैंक खाता नहीं है, उनकी मदद के लिए तुरंत कार्रवाई की जाए ताकि उन्हें सरकारी लाभ सीधे मिल सके।

जिले को जल्द टीबी मुक्त बनाने की तैयारी

सीएमओ ने जानकारी दी कि अब तक जिले में 8653 टीबी मरीजों को गोद लेने की सहमति मिल चुकी है। इनमें से 6137 मरीजों को पोषण किट दी जा चुकी है। कार्यक्रम के अंत में जिलाधिकारी ने सभी विभागों से अपील की कि वो इस अभियान को गंभीरता से लें ताकि बरेली को जल्द टीबी मुक्त जिला बनाया जा सके।