
बरेली। इलाज का भरोसा, आयुष्मान कार्ड का झांसा और फिर खुलेआम वसूली… बरेली में एक निजी अस्पताल की कथित हैवानियत ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। आरोप है कि सनराइज मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल ने आयुष्मान योजना के तहत मुफ्त इलाज का वादा कर एक गरीब परिवार से साढ़े पांच लाख रुपये से ज्यादा ऐंठ लिए। इलाज में घोर लापरवाही के चलते मरीज की मौत हो गई और मौत के बाद भी अस्पताल प्रबंधन ने परिवार का मुंह बंद कराने की कोशिश की।
भमोरा थाना क्षेत्र के गांव शिझरी निवासी लक्ष्मी देवी ने आरोप लगाया है कि 25 सितंबर 2025 को उनके 31 वर्षीय पति उर्वेश कुमार को 100 फुटा रोड स्थित सनराइज मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल के डॉक्टर रिहान अहमद और मैनेजर सोहिल खान ने कहा कि आयुष्मान कार्ड से पूरा इलाज होगा, एक रुपया भी नहीं देना पड़ेगा। लेकिन भर्ती के महज दो घंटे बाद ही रुपये मांगने शुरू कर दिए गए। विरोध करने पर धमकी दी गई। पैसे नहीं दोगी तो मरीज मर जाएगा, सरकार से पैसा मिलने पर सब लौटा देंगे। मजबूरी में महिला ने गांव-कस्बे के लोगों से कर्ज लेकर किस्तों में 5 लाख 33 हजार 500 रुपये अस्पताल को दे दिए। आरोप है कि कई भुगतानों की रसीद तक नहीं दी गई।
एफआईआर के मुताबिक 2 अक्टूबर की शाम 6:15 बजे उवैश कुमार की मौत हो गई। पत्नी ने पोस्टमार्टम कराने की मांग की तो अस्पताल में हंगामा खड़ा हो गया। आरोप है कि डॉक्टर और मैनेजर मौके पर पहुंचे और कहा शोर मत मचाओ, सारा पैसा वापस कर देंगे, सरकार से भी पांच लाख दिलवा देंगे। इसके बाद परिवार के कई सदस्यों से सादे कागजों पर अंगूठे लगवा लिए गए और पोस्टमार्टम नहीं होने दिया गया। दबाव में आकर परिवार ने गांव में अंतिम संस्कार कर दिया।
महिला का आरोप है कि अस्पताल ने 13 अक्टूबर को नगर निगम से मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर दिया, लेकिन आज तक एक रुपया भी वापस नहीं किया। तीन बच्चों की मां लक्ष्मी देवी का कहना है कि पति ही घर के एकमात्र कमाने वाले थे। न जमीन है, न कोई स्थायी आय। आखिरकार कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा। कोर्ट के आदेश पर थाना भमोरा में सनराइज मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल के डॉक्टर रिहान अहमद और मैनेजर सोहिल खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
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Published on:
12 Dec 2025 02:36 pm
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