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बीएलओ के बच्चों के नाम होगी एफडी, छोटे भाई को मिलेगी नौकरी, डीएम ने बच्चों के सिर पर हाथ रखकर कही ये बड़ी बात

किस्मत भी कभी-कभी कैसी क्रूर होती है। दो महीने पहले पत्नी कैंसर से लड़ते-लड़ते चली गई और अब बच्चों के सिर से पिता का साया भी उठ गया। दोनों मासूम अपनी छोटी हथेलियों से कभी माँ की तस्वीर को छूते हैं तो कभी पिता कीऔर शायद मन ही मन पूछते हैं। हमारा कसूर क्या था। ऐसे माहौल में गुरुवार को बरेली के जिलाधिकारी अविनाश सिंह उस घर में पहुंचते हैं...

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बरेली। किस्मत भी कभी-कभी कैसी क्रूर होती है। दो महीने पहले पत्नी कैंसर से लड़ते-लड़ते चली गई और अब बच्चों के सिर से पिता का साया भी उठ गया। दोनों मासूम अपनी छोटी हथेलियों से कभी माँ की तस्वीर को छूते हैं तो कभी पिता की और शायद मन ही मन पूछते हैं। हमारा कसूर क्या था। ऐसे माहौल में गुरुवार को बरेली के जिलाधिकारी अविनाश सिंह उस घर में पहुंचते हैं। वो दरवाज़ा जो दुःख से भरा था, वहां पहली बार किसी अधिकारी ने मासूम नन्हें बच्चों के आँसू पोंछे। उन्होंने झुककर उन बच्चों का सिर सहलाया और कहा कि आपके पापा नहीं रहे, लेकिन प्रशासन आपके साथ खड़ा है। जब तक ये हाथ हैं,आपको किसी चीज़ की कमी नहीं होने दूँगा। ये शब्द सिर्फ़ सांत्वना नहीं थे,ये टूटे घर के लिए सहारा थे। ये भरोसा थे कि ज़िंदगी ने भले ही बहुत कुछ छीन लिया हो, लेकिन इंसानियत अभी भी ज़िंदा है।

जिलाधिकारी ने शोकाकुल परिवार को बंधाया ढाढस

भोजीपुरा के परधौली प्राथमिक विद्यालय में बीएलओ ड्यूटी के दौरान अचानक निधन हुए सहायक अध्यापक स्व. सर्वेश कुमार गंगवार के घर जिलाधिकारी अविनाश सिंह स्वयं पहुंचे और शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाते हुए कहा कि यह दुख हम सबका है। सर्वेश जैसे ईमानदार कर्मचारी को खोना पूरे जिले के लिए भारी क्षति है। परिवार चिंता न करे, प्रशासन आपके साथ खड़ा है। परिवार ने जब मासूम जुड़वां बच्चों अहाना और अयांश को देखकर अपना दर्द बांटा, तो डीएम भी क्षणभर को भावुक हो उठे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि सर्वेश गंगवार न केवल एक जिम्मेदार शिक्षक थे, बल्कि बीएलओ के रूप में 46 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा कर चुके थे, इसलिए अधिकारियों द्वारा किसी प्रकार का दबाव होने का प्रश्न ही नहीं उठता। उनका निधन एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, और इस क्षति की भरपाई कोई नहीं कर सकता, लेकिन परिवार स्वयं को अकेला न समझे।

एक दिन का वेतन बच्चों के नाम एफडी, छोटे भाई को संविदा नौकरी

जिलाधिकारी ने परिवार को भरोसा दिलाते हुए कहा कि जिला प्रशासन के सभी अधिकारी एक दिन का वेतन जमा करेंगे, जो बच्चों के नाम पर फिक्स डिपॉजिट किया जाएगा। स्व. सर्वेश के छोटे भाई को संविदा पर नौकरी देने की प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाएगी, ताकि परिवार को आर्थिक सहारा मिल सके। प्रशासन परिवार की हर आवश्यकता पर नज़र रखेगा और हर संभव सहायता उपलब्ध कराएगा। परिवार ने जिलाधिकारी के इस आश्वासन पर राहत की सांस ली और कहा कि प्रशासन ने उनकी पीड़ा को समझा, यही उनके लिए सबसे बड़ी सांत्वना है।

सर्वेश ने पूरी निष्ठा से काम किया, उनका सम्मान हमारा दायित्व

जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने कहा कि स्व. सर्वेश गंगवार का कार्य रिकॉर्ड साफ और उत्कृष्ट था। हम उन्हें एक जिम्मेदार शिक्षक और कर्तव्यनिष्ठ बीएलओ के रूप में हमेशा याद रखेंगे। उनके परिवार की सुरक्षा, बच्चों के भविष्य और भाई को रोजगार देना प्रशासन की प्राथमिकता है। इस दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विनीता अग्रवाल और एसडीएम सदर प्रमोद कुमार भी उपस्थित रहे। अधिकारियों ने भी परिवार को सांत्वना देते हुए भरोसा दिलाया कि इस कठिन समय में पूरा प्रशासन उनके साथ है।


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