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कोरोना में ‘दब’ गए डेंगू, स्वाइन फ्लू और मलेरिया के ‘बीमार’

locationबाड़मेरPublished: Sep 27, 2020 08:52:42 pm

Submitted by:

Mahendra Trivedi

-आइएलआइ के लक्षण तो अधिकांश की कोरोना की हो रही जांच-मानसून के बाद बढ़ता है डेंगू और मलेरिया, लेकिन जांच बहुत ही कम-पिछले 8 महीनों में 10 मलेरिया, 22 डेंगू और 4 स्वाइन फ्लू के मिले हैं मरीज-कोरोना के संक्रमितों का आंकड़ा जिले में 3100 के पार-स्वाइन फ्लू और कोविड-19 के एक जैसे लक्षण, इसलिए कोरोना की हो रही जांच

कोरोना में 'दब' गए डेंगू, स्वाइन फ्लू और मलेरिया के 'बीमार'

कोरोना में ‘दब’ गए डेंगू, स्वाइन फ्लू और मलेरिया के ‘बीमार’

बाड़मेर. कोरोना महामारी के कारण अन्य मौसमी बीमारियों के मरीजों की जांच में काफी कमी आई है। इसके कारण डेंगू, स्वाइन फ्लू और मलेरिया के मरीजों का आंकड़ा इस साल काफी कम है। इसका कारण यह सामने आया है कि मरीजों की कोरोना जांच तो हो रही है, लेकिन उसके मुकाबले में समान लक्षण होने के बावजूद अन्य जांच नहीं हो रही है। जिसके कारण मलेरिया और डेंगू और स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या पिछले आठ महीनों में अंगुलियों पर गिनने जितनी ही है।
बरसात के बाद मौसमी बीमारियोंं के मरीज बढ़ते हैं। इसमें वायरल फीवर के साथ खांसी-जुकाम, डेंगू और मलेरिया के पीडि़त सामने आते हैं। लेकिन इस बार मार्च महीने के आखिरी सप्ताह में शुरू हुआ कोरोना महामारी के प्रकोप में इन बीमारियों के पीडि़त ‘दबÓ गए हैं। ऐसे मरीजों की जांच काफी कम हो रही है। ऐसे में पीडि़त भी सामने नहीं आ रहे हैं।
कोरोना जांच नेगेटिव तो सामान्य फ्लू
इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस (आइएलआइ) के मरीज की तो सीधे ही कोविड-19 जांच हो रही है। जबकि ठीक इसी तरह के लक्षण स्वाइन फ्लू बीमारी में भी होते हैं और उसकी तो दवा भी उपलब्ध है। लेकिन पीडि़त की स्वाइन फ्लू के बजाय कोरोना की ही जांच की जा रही है। कोरोना जांच नेगेटिव है तो पीडि़त सामान्य फ्लू मान लिया जाता है।
बाड़मेर: जिले में मौसमी बीमारियोंं पर नजर
स्वाइन फ्लू: 4 पॉजिटिव
जिले में स्वाइन फ्लू के इस सीजन में केवल 4 पॉजिटिव मिले। ये आंकड़ा भी जनवरी से मार्च महीने तक का है। इस बीच यहां लगी स्वाइन फ्लू जांच मशीन भी हटा ली गई। ऐसे में यहां स्वाइन फ्लू मरीजों की जांच का काम बंद हो गया। खांसी-जुकाम बुखार जैसे लक्षण होने पर मार्च के आखिरी दिनों से केवल कोरोना की जांच की जा रही है। स्वाइन फ्लू की नहीं हो रही।
डेंगू: अब तक 23 पॉजिटिव
चिकित्सा विभाग डेंगू के पीडि़तों की संख्या अब तक 23 ही बता रहा है। इससे पहले मार्च तक देखा जाए तो 17 ही थे। बाद में जांच में 6 और बढ़े हैं। यहां पर भी ऐसा ही हो रहा है कि बुखार होने पर कोविड जांच पर जोर दिया जा रहा है न कि डेंगू की जांच पर। इससे डेंगू पीडि़तों भी मानसून के बाद कम ही है।
मलेरिया: 10 केस
कभी बाड़मेर जिले में कोहराम मचाने वाला मलेरिया तो जैसे अब है ही नहीं। सरकारी आंकड़ा यही दर्शा रहा है। पिछले 8 महीनों में 10 मलेरिया केस मिले हैं। जबकि बरसात के बाद मलेरिया का प्रकोप बढ़ता है। विभाग भी मच्छरों पर नियंत्रण के लिए अभियान चलता है। इस बार भी चलाया गया है। लेकिन अधिकारी बताते हैं कि अब तक मलेरिया के 10 केस ही रिपोर्ट हुए हैं।
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कोरोना: 3100 के पार
महामारी फैलने के बाद बाड़मेर जिले में संक्रमितों की संख्या 3100 के पार हो गई है। आइएलआइ के लक्षण है तो अधिकांश कोविड जांच हो रही है। गत 25 जुलाई को 1100 से अधिक संक्रमित थे जो 25 सितम्बर आते-आते 3100 का आंकड़ा पार कर चुके हैं।
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डेंगू के अब तक 23 केस
जिले में इस साल अब तक 23 डेंगू केस रिपोर्ट हुए हैं। वहीं पूरे जिले में अब तक मलेरिया के 10 केस सामने आए हैं।
डॉ. पीसी दीपन, डिप्टी सीएमएचओ बाड़मेर
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