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बाड़मेर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी, उखाड़ सकती है मरीजों की सांसें

locationबाड़मेरPublished: Sep 21, 2020 08:51:03 pm

Submitted by:

Mahendra Trivedi

-जिला अस्पताल में कोरोना के बढ़ते मरीजों के कारण ऑक्सीजन की खपत बढ़ी-गंभीर रोगियों और कोविड मरीजों के लिए चाहिए ऑक्सीजन सिलेंडर-सेंट्रल ऑक्सीजन सिस्टम को भी 12 सिलेंडर की जरूरत-केवल 140 सिलेंडर की उपलब्धता पर चल रहा मेडिकल कॉलेज अस्पताल

बाड़मेर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी, उखाड़ सकती है मरीजों की सांसें

बाड़मेर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी, उखाड़ सकती है मरीजों की सांसें

बाड़मेर. कोरोना संक्रमण के बाद ऑक्सीजन की खपत बढऩे के साथ सिलेंडर की कमी भी महसूस की जा रही है। बाड़मेर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोविड डेडिकेटेड वार्ड में मरीजों को भर्ती करने के बाद से ही ऑक्सीजन में कई गुणा बढ़ोतरी हुई है। मरीज बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन स्पेयर सिलेंडर नहीं होने के कारण अस्पताल प्रबंधन की चिंता बढ़ती जा रही है। मरीजों के लिए ऑक्सीजन के साथ सिलेंडर की उपलब्धता सबसे बड़ी समस्या बन सकती है।
अस्पताल में पूर्व में कोविड मरीजों को भर्ती नहीं करने की स्थिति में प्रबंधन के पास उपलब्ध 140 सिलेंडर से मरीजों के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति सामान्य रूप से चल रही थी। लेकिन कोविड डेडिकेटेड वार्ड शुरू करने के बाद यहां संक्रमित मरीजों को ऑक्सीजन की अधिक आवश्यकता हो रही है। गंभीर मरीजों को लगातार ऑक्सीजन दिया जा रहा है। इससे खपत बढऩे के साथ सिलेंडर की कमी भी हो रही है। दूसरे मरीजों के लिए संकट की स्थिति खड़ी होने का अंदेशा बना हुआ है।
सेंट्रल ऑक्सीजन सिस्टम को भी सिलेंडर की जरूरत
अस्पताल में ऑक्सीजन की सेंट्रल लाइन के लिए सिस्टम लगाया हुआ है। यहां से अस्पताल के आइसीयू सहित कुछ वार्ड में लाइन से ऑक्सीजन पहुंच रही है। लेकिन यहां पर भी ऑक्सीजन सिलेंडर ही लगते हैं। ऐसे में यहां पर भी 12 सिलेंडर लगाए जाते हैं। इस स्थिति में सिलेंडर की कमी अब महसूस हो रही है।
प्रत्येक वार्ड की जरूरत है ऑक्सीजन सिलेंडर
अस्पताल में प्रत्येक वार्ड में ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत होती है। एमसीएच यूनिट सहित ओटी व आइसीयू आदि में हमेशा ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध चाहिए। लेकिन कोविड के बढऩे मरीजों के कारण अब स्थिति कभी बेकाबू हो सकती है और सिलेंडर की कमी मरीजों की जान पर भारी भी पड़ सकती है।
कोविड वार्ड में सभी बेड के पास सिलेंडर आवश्यक
अस्पताल के कोविड डेडिकेटेड वार्ड में प्रत्येक मरीज के बेड के पास आवश्यक रूप से सिलेंडर की जरूरत होती है। वर्तमान में 30-35 के करीब मरीज भर्ती रहते हैं। इसलिए यहां पर इतने की सिलेंडर चाहिए। वहीं सबसे अधिक खपत भी यहां हो रही है। कब कौनसे मरीज को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ जाए। इसलिए यहां पर ऑक्सीजन को लेकर अधिक सतर्कता बरती जा रही है।
जालीपा से होती है ऑक्सीजन की सप्लाई
अस्पताल को जैसलमेर रोड पर जालीपा में स्थापित प्लांट से ऑक्सीजन की आपूर्ति हो रही है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि आपूर्ति तो सामान्य है। जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन मिल रही है, लेकिन सिलेंडर की कमी ऑक्सीजन में बाधा बन सकती है। खपत भी पहले से काफी ज्यादा है।
पीएमओ डॉ. बीएल मंसूरिया से सीधी बात…
सवाल: अभी जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की स्थिति क्या है?
जवाब: कोविड मरीजों के बढऩे के कारण ऑक्सीजन की खपत ज्यादा हो रही है।
सवाल: आपूर्ति में कोई बाधा तो नहीं आ रही?
जवाब: आक्सीजन की आपूर्ति तो नियमित रूप से हो रही है।
सवाल: अस्पताल के पास अभी ऑक्सीजन सिलेंडर पर्याप्त है?
जवाब: संक्रमित बढऩे से सिलेंडर को लेकर स्थिति टाइट है, खपत भी बढ़ी है।
सवाल: अस्पताल में कुल कितने ऑक्सीजन सिलेंडर है?
जवाब: वर्तमान में 140 सिलेंडर है। संक्रमित बढऩे पर समस्या हो सकती है।
सवाल: अस्पताल के कोविड डेडिकेटेड वार्ड में कितने मरीज भर्ती है, ऑक्सीजन की जरूरत यहां कितनी है?
जवाब: अभी 30-35 के बीच संक्रमितों का उपचार चल रहा है। अधिकांश को ऑक्सीजन की जरूरत रहती ही है।
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