पश्चिमी सीमा पर बॉर्डर इंटेलीजेंस (बीआइ) की बाड़मेर, जैसलमेर, गंगानगर और बीकानेर की 24 चौकियों को वर्ष-2009 में बंद कर दिया गया। उसके बाद वर्ष 2016 में राजनाथसिंह ने जैसलमेर दौरे व वर्ष-2017 में बाड़मेर दौरे के दौरान बॉर्डर पर बंद सीआईडी बीआइ की चौकियो को फिर से खोलने की बात कहते हुए नए पद सृजित करने की बात कहीं थी, लेकिन पांच साल बीतने के बावजूद यह दावा कागजों में ही रह गया। जबकि बॉर्डर की सुरक्षा में तैनात बीएसएफ व पुलिस भी सरकार को अवगत करव चुकी है।
इसलिए महत्वपूर्ण हैं चौकियां
बॉर्डर पर सीआईडी बीआई की चौकियां खुफिया तंत्र के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इन चौकियों से आंतरिक खुफिया एजेंसियों का नेटवर्क मजबूत था। तारबंदी के बाद इन चौकियों बंद कर लिया, लेकिन बॉर्डर पार हेरोइन व फर्जी नोट की तस्करी जारी है। चौकियां संचालित होने से बॉर्डर पर संदिग्ध लोगों पर निगरानी रहती थी।
40 चौकियां, 24 बंद
बॉर्डर इंटेलीजेंस की पश्चिमी सीमा पर 40 चौकियां संचालन होता था। वर्ष-2009 के बाद 24 चौकियों को बंद कर दिया गया। सुरक्षा के लिहाज से चौकियों को शुरू करने के लिए चार साल पहले प्रस्ताव बना था। जो केन्द्र सरकार को भेजा गया, लेकिन लंबा समय बीतने के बावजूद स्वीकृति नहीं मिल पाई है।
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एक साल में यह प्रकरण आए सामने
– एक साल पहले बाड़मेर पुलिस ने 2 किलो 750 ग्राम हेरोइन व 6 लाख रुपए नकली नोट बरामद किए। यह खेप पाक से आई और बॉर्डर के पास गांव में रहने वाले तस्करों ने कुरियर प्राप्त किया।
– फरवरी 2021 में सीमा पार से आई सात किलोग्राम हेरोइन बरामद कर तस्करों को गिरफ्तार किया।
– हेरोइन तस्करी में लिप्त तस्कर हालिया भी बॉर्डर के गांवों में रुका रहा और एक सप्ताह पहले बीएसएफ ने पकड़ा।
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बॉर्डर यह चौकियां बंद
बाड़मेर : केलनोर, गांधव, पांचल, खलीफे की बावड़ी, जानपालिया, हरसाणी, गागरिया, सेड़वा।
जैसलमेर : शाहगढ़, सुलताना, दबड़ी, धनाना, चिनू, देवीकोट, सम, बाहला, खोईयाळा, भारेवाला।
श्री गंगानगर : केसरीसिंहपुर, रावला, गजसिंहपुर।
बीकानेर : पूगल, रणजीतपुरा।
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– प्रस्ताव विचाराधीन है
बॉर्डर इंटेलीजेंस की बंद चौकियों को शुरू करने का प्रस्ताव मुख्यालय स्तर पर विचाराधीन है। – देवाराम चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, बॉर्डर इंटेलीजेंस, बाड़मेर