19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

दुर्बुद्धि का उन्मूलन सद्बुद्धि की स्थापना से ही संभव

- दीप यज्ञ कार्यक्रम का आयोजन

less than 1 minute read
Google source verification
दुर्बुद्धि का उन्मूलन सद्बुद्धि की स्थापना से ही संभव

दुर्बुद्धि का उन्मूलन सद्बुद्धि की स्थापना से ही संभव

बाड़मेर. गायत्री परिवार बाड़मेर की ओर से चलाई जा रही दीप यज्ञों की शृंखला में भास्कर भवन, खागल मोहल्ला में दीप यज्ञ का आयोजन किया गया।

दीप यज्ञ में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए गायत्री परिवार के वरिष्ठ परिजन रेवंत सिंह चौहान ने कहा कि वर्तमान समय में समाज में दुष्प्रवृत्तियां तीव्र गति से फैलती जा रही है। आज व्यक्ति की सोच बहुत संकीर्ण होती जा रही है । घर-घर कलह और मनमुटाव तेजी से बढ़ते जा रहे हैं।

परिवार टूट रहे हैं, आए दिन लोग दुष्चिंतन के शिकार होकर आत्महत्या कर रहे हैं। इन सब का मूल कारण है दुर्बुद्धि। इस दुर्बुद्धि का उन्मूलन सद्बुद्धि की स्थापना से होता है। और सद्बुद्धि प्रदाता कोई है तो वह केवल गायत्री मंत्र है। उन्होंने लोगों से विश्व कल्याण के भाव मन में रखते हुए प्रतिदिन गायत्री की उपासना करने और नित्य यज्ञ करने का आह्वान किया।

इससे पहले श्री दुर्गसिंह सोढा ने वैदिक मंत्रोंच्चार का वाचन करते हुए दीप यज्ञ, कर्मकांड सम्पन्न कर उपस्थित जनसमुदाय को दीप यज्ञ के दर्शन को समझाया। इस मौके पर शाकद्वीपीय समाज के जिलाध्यक्ष अरुण शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

गायत्री परिवार के मंगला राम विश्नोई, मोहनलाल सोनी ,परिव्राजक कुन्दन कुमार तथा समाज के सुभाष शर्मा उपस्थित थे।