
शहर से गुजरने वाली लूनी नदी मेे तीसरे वर्ष लगातार पानी की आवक पर आमजन में खुशी की लहर दौड़ गई। बुधवार को दिन निकलने से पहले नदी में पानी आना शुरू हो गई।
यह जानकारी मिलने पर इसे देखने बड़ी संख्या में लोग उमड़े। दिन पर नदी किनारे ंभीड़ रही। इधर, बुधवार को बारिश नहीं होने पर आमजन ने राहत की सांस ली।
नगर के बुधवार सुबह करीब पांच बजे लूनी नदी में पानी की आवक पर आमजन में खुशी की लहर दौड़ गई। बड़ी संख्या में लोग पानी देखने उमड़े। सुबह सात बजे नदी किनारे व रपट पर मेला सा माहौल देखने का नजर आया।
पूरे दिन यहां भीड़ रही। उपखंड अधिकारी प्रभातीलाल जाट ने नदी क्षेत्र का निरीक्षण किया व पुलिस के जवानों को सुरक्षा के निर्देश दिए। इस दिन रपट के नीचे तक करीब 5.5 फीट पानी बह रहा था।
पानी के बहाव से खुश संतों व नगरवासियों ने नदी का पूजन किया। महामण्डेलश्वर राघवदास , नगर परिषद सभापति रतन खत्री, पूर्व सभापति महेश चौहान, पार्षद चंपालाल सुंदेशा, भाजयुमो प्रदेश मंत्री खेताराम प्रजापत, पूर्व पालिका उपाध्यक्ष भोमाराम पंवार सहित बड़ी संख्या में लोगों ने आरती उतार, नारियल व पुष्प भेंट कर नदी का पूजन किया।
समदड़ी
लूनी व सुकड़ी नदी में पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। गांव रानीदेशीपुरा के समीप दोनों नदियों का मिलन होता है। लूनी नदी में मंगलवार सुबह करीब छह बजे समदड़ी स्थित नदी की रपट पर पहुंचा था।
करीब डेढ़ फ ीट पानी का बहाव रहा था। शाम होते-होते हुई बढ़ोतरी पर दो फ ीट करीब पहुंच गया है। रात्रि में पानी में बढ़ोतरी हुई है। बुधवार नदी की रपट पर करीब सवा दो से ढ़ाई फ ीट पानी का बहाव रहा था।
पानी तेज वेग के साथ बह रहा है। लूनी के साथ सुकड़ी में भी लगातार पानी की आवक जारी है। पानी में बढ़ोतरी होने की सम्भावना जताई जा रही है। रामपुरा से लेकर समदड़ी तक लूनी नदी व मजल से लेकर रानीदेशीपुरा तक सुकड़ी नदी पूरे वेग के साथ बह रही है।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन की ओर से नदी के दोनों किनारों पर पुलिस जाब्ता तैनात किया गया। चार दिन बाद धूप निकलने पर ग्रामीणों व प्रशासन ने भी राहत की सांस ली।
तहसीलदार सुरेन्द्रसिंह खंगारोत ने बताया कि पानी में बढ़ोतरी हो रही है। प्रशासन की ओर से लगातर गस्त कर कर नदी पर नजर रखी जा रही है। सुकड़ी नदी का पानी करमावास व बामसीन सरहद के खेतों तक पहुंच गया है।
बामसीन सरपंच उम्मेदराम चौधरी ने बताया कि कई खेतों में खड़ी फसलें खराब हो गई है। नदी में पानी की आवक से कईगांवों को सम्पर्क बंद हो गया है। कोटड़ी पहुंचने के लिए ग्रामीणों को सत्तर किलोमीटर घूम कर जाना पड़ रहा है। निसं.
सिवाना
कस्बे व क्षेत्र में दो दिन से वर्षा नहीं होने पर आमजन ने राहत की सांस ली। लूनी नदी में पानी के बहाव से समदड़ी-सिवाना मार्ग बंद होने से आमजन को परेशानी उठानी पड़ रही है। जालोर के लिए बसें बिशनगढ़- गोदन होकर जा रही है।
मेली बांध में पानी की आवक थम गई है। नौ फीट की बजाए अब आठ फीट ही पानी है। बंद वर्षा पर क्षेत्र के बांधों व एनीकट में भी पानी कम पहुंच रहा है। निप्र.
मोतीसरा
गांव मोतीसरा के चारों ओर पानी का भराव से आवागमन बंद हो गया है। गांव जूनाखेडा तक पानी के पहुंचने की जानकारी पर रेस्क्यू टीम मोकलसर राखी मार्ग से बोट से यहां पहुंची।
एसडीएम अंजुम ताहिर शम्मा, तहसीलदार कालुराम कुम्हार ने निरीक्षण कर पटवारी को पानी निकासी के निर्देश दिए।
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