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हर साल बन रहे सैकड़ों प्रमाण पत्र, फायदा एक को भी नहीं

- डॉ. अम्बेडकर उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति से थार की प्रतिभाएं वंचित

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हर साल बन रहे सैकड़ों प्रमाण पत्र, फायदा एक को भी नहीं

हर साल बन रहे सैकड़ों प्रमाण पत्र, फायदा एक को भी नहीं

बाड़मेर. आर्थिक दृष्टि से पिछड़े परिवार ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र बनाने में रुचि ले रहे हैं लेकिन बेटे-बेटियों के मिलने वाली छात्रवृत्ति को लेकर उनकी बेरुखी नजर आ रही है। यहीं कारण है हर साल बन रहे सैकड़ों प्रमाणत्र में से छात्रवृत्ति के आवेदन करने वालों की तादाद सात साल में शून्य ही है।

इसके चलते सरकार की महत्ती योजना का लाभ थार की प्रतिभाओं को नहीं मिल रहा। डॉ. अम्बेडकर आर्थिक पिछड़ा वर्ग उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना प्रदेश में २०१५ से लागू की गई। योजना के तहत सामान्य वर्ग के एेसे परिवार जो आर्थिक दृष्टि से कमजोर है और जिनमे बच्चे ग्यारहवीं-बारहवीं में पढ़ रहे हैं, उनको सरकार की ओर से १६०० रुपए छात्रवृत्ति के मिलते हैं।

बाड़मेर जिले में इसका लाभ नहीं मिल रहा क्योंकि सात साल में मात्र एक आवेदन ही आया है। गौरतलब है कि आर्थिक दृष्टि से पिछड़े सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों को पढऩे-लिखने में आर्थिक हालात के चलते दिक्कत नहीं हो इसलिए यह छात्रवृत्ति दी जाती है। योजना के तहत सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत आर्थिक पिछड़ा वर्ग ( ईबीसी) के विद्यार्थियों को ही लाभ मिलता है।

परिजन की बेरुखी से प्रतिभाएं वंचित- आर्थिक पिछड़ा वर्ग के वे विद्यार्थी जो ग्यारहवीं व बारहवीं में अध्ययनरत है, उनको हर साल १६०० रुपए बतौर छात्रवृत्ति के दिए जाते हैं। इसके लिए सरकार की ओर से आवेदन समय-समय पर मांगे गए लेकिन परिजनों की बेरुखी के चलते विद्यार्थियों के इसका फायदा नहीं मिल रहा। जरूरत है तो बस इतनी की समय-समय पर विद्यालयों से जानकारी प्राप्त कर आवेदन करें लेकिन एेसा नहीं हो रहा।

एक लाख से कम आय तो मिलती छात्रवृत्ति - जिस परिवार की सालाना आय एक लाख रुपए से कम है और विद्यार्थी ग्यारहवीं व बारहवीं में पढ़ रहे हैं, उनको छात्रवृत्ति का लाभ मिलता है। जिले में एेसे सैकड़ों परिवार है जो इस परिधि में आते हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में फायदा नहीं मिल पाता है।

जागरूकता की जरूरत- सरकार की महत्ती योजना से विद्यार्थियों के फायदा नहीं मिल रहा है तो गलत है। इसके लिए शिक्षा विभाग की प्रचार-प्रसार करे तो विभिन्न सामाजिक संगठन व जनप्रतिनिधि भी लोगों को जागरूर करें जिससे कि प्रतिभाओं को छात्रवृत्ति का फायदा मिल सके।- ईश्वरसिंह राठौड़, पंचायत समिति सदस्य शिवजनजागरूकता की जरूरत- विभिन्न विभाग जैसे योजनाओं को लेकर जनजागरूकता का कार्य करते हैं, वैसे ही शिक्षा विभाग की उक्त कार्य करे जिससे कि योजना का फायदा आमजन को मिल सके।-बाबूलाल विश्नोई, किसान नेता गुड़ामालानी

प्रचार-प्रसार के निर्देश- हमने समस्त संस्था प्रधानों को निर्देश दिए हैं कि वे छात्रवृत्ति योजना से लाभान्वित होने की योग्यता रखने वाली प्रतिभाओं के परिजन व छात्रों को जानकारी देकर आवेदन करवाएं जिससे कि प्रतिभाओं को लाभ मिल सके।- जेतमालसिंह राठौड़, एडीईओ माध्यमिक बाड़मेर


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