
निजी स्कूल परिसर में मिला अवैध क्लीनिक, 4-5 मरीजों का चल रहा था उपचार
बाड़मेर. नीम हकीमों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए चिकित्सा विभाग की टीम ने गुरुवार को एक फर्जी क्लीनिक पर दबिश दी। यहां पर चार-पांच मरीज भर्ती मिले और उनके ड्रिप चढ़ रही थी। टीम ने फर्जी क्लीनिक को सीज किया है।
सीएमएचओ डॉ. सीएस गजराज ने बताया कि झोलाछाप फर्जी क्लीनिक में ग्रामीण मरीजों को भर्ती कर इलाज करने की सूचना पर एडिशनल सीएमएचओ के नेतृत्व में टीम बनाकर पुलिस जाब्ते के साथ लोहरवा भेजा गया। टीम को गांव की रामदेव विद्या मंदिर स्कूल जो वर्तमान में बंद है, उसके परिसर में फर्जी क्लीनिक संचालित होता मिला। परिसर के एक कक्ष में चार-पांच मरीज भर्ती मिले और ड्रिप लगी हुई थी। यहां पर झोलाछाप रतन बिश्वास जो एलोपैथी चिकित्सक बनकर मरीजों का उपचार कर रहा था। उल्लेखनीय है कि जून 2022 में भी झोलाछाप के यहां कार्रवाई के लिए के टीम भेजी गई थी। तब टीम की आने की भनक पर वह भाग गया था। झोलाछाप ने ग्रामीणों से विरोध करवाकर कार्रवाई में बाधा पहुंचाई गई थी, जिसका मुकदमा धोरीमन्ना थाने में दर्ज है।
पुलिस में मामला दर्ज करवाया
डॉ. गजराज के अनुसार टीम ने मौके से अवैध दवाइयां और इंजेक्शन जब्त करते हुए झोलाछाप रतन बिश्वास के खिलाफ धोरीमन्ना थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया। पुलिस ने इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
टीम में ये रहे शामिल
बीसीएमओ डॉ. तेजपालसिंह, डीआई डॉ. शांतिलाल, नायब तहसीलदार ऊर्जाराम, डॉ. मोतीलाल व धोरीमन्ना पुलिस का जाब्ता शामिल रहा।
एक महीने में दूसरी बड़ी कार्रवाई
उल्लेखनीय है कि चिकित्सा विभाग ने गत माह भी कार्रवाई करते हुए आडेल में अवैध रूप से प्रैक्टिस करते हुए शिक्षक मानाराम विश्नोई के खिलाफ आरजीटी थाने में मामला दर्ज करवाया था। सरकारी शिक्षक वाहन में अवैध दवाइयां भरकर प्रैक्टिस करता मिला था। उसके कब्जे से प्रतिबंधित दवाइयां जब्त की गई थी।
Published on:
06 Oct 2023 01:14 pm
बड़ी खबरें
View Allबाड़मेर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
