
देश के सबसे बड़े तेल खजाने मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल (एमपीटी) क्षेत्र के कुओं से निकलने कू्रड ऑयल चोरी मामले की जांच अब स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) करेगा। मामले की अब तक जांच जिला पुलिस कर रही थी।
बाड़मेर पुलिस ने जांच की सम्पूर्ण फाइलें शुक्रवार को एसओजी के हवाले कर दी है। एसओजी के एएसपी रामदेव जलवानिया ने बताया कि कू्रड ऑयल चोरी मामले की जांच के आदेश मिले थे।
मामले की जांच को लेकर एसओजी की 10 सदस्यों की टीम बाड़मेर पहुंची है। एसपी डॉ. गगनदीप सिंगला ने बताया कि मामले की जांच बड़े स्तर पर करवाने को लेकर मुख्यालय से कू्रड ऑयल चोरी प्रकरण की रिपोर्ट मांगी थी।
उसके बाद बाड़मेर पुलिस ने पूरे मामले का प्रस्ताव बनाकर भेजा था। इस पर एसओजी की टीम बाड़मेर पहुंची। जहां मामले से जुड़े दस्तावेज एसओजी को ट्रांसफर कर दिए हैं।
4 मामलों की फाइलें सौंपी
बाड़मेर पुलिस ने कू्रड ऑयल चोरी के अलग-अलग थानों में दर्ज चार मामलों की सम्पूर्ण जांच की फाइलें व गिरफ्त में आए आरोपितों को एसओजी के हवाले कर दिया है।
चोरी के मामले में बाड़मेर सदर, रागेश्वरी व नागाणा थाने में चार प्रकरण दर्ज है।
एक और आरोपित गिरफ्तार
एएसपी रामेश्वरलाल मेगवाल ने बताया कि क्यूआरटी के ड्राइवर कुम्भाराम को पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि क्यूआरटी वाहन कू्रड ऑयल से भरे टैंकरों की निगरानी में लगा हुआ था। पुलिस ने अब तक 33 आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
इसमें 24 को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। अन्य 11 आरोपित पुलिस रिमाण्ड पर चल रहे है। वहीं मुख्य आरोपित भूरसिंह राजपुरोहित सहित कई नामजद आरोपित फरार चल रहे हैं।
यह था पूरा मामला
एमपीटी नागाणा क्षेत्र से निकलने वाला कू्रड ऑयल कर्मचारियों की मिलीभगत के चलते चोरी हो रहा था। क्रूड ऑयल चोरी के बाद निजी फैक्ट्रियों तक पहुंच रहा था।
जहां से परिवहन होकर अन्य राज्यों में वर्षों से जा रहा था। पुलिस ने मामले का खुलासा कर 33 टैंकर, दो फैक्ट्रियां बाड़मेर में, तीन फैक्ट्रियां जालोर में पकड़ी थी।
सांसद ने की थी मांग
सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने इस मामले में एसओजी से जांच की मांग राज्य सरकार से की थी। उन्होंने मामले को लेकर पूरा खुलासा करने और केवल छोटे लोगों पर ही कार्यवाही नहीं होकर असली चेहरे सामने लाने की बात कही है।
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