मेघवाल समाज के एक व्हाट्सएप ग्रुप से हटाए जाने पर एक व्यक्ति की ओर से ग्रुप एडमिन्स को कानूनी नोटिस भेजने का मामला सामने आया है।
बालोतरा। शहर में मेघवाल समाज के एक व्हाट्सएप ग्रुप से हटाए जाने पर एक व्यक्ति की ओर से ग्रुप एडमिन्स को कानूनी नोटिस भेजने का मामला सामने आया है। भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा जिला महासचिव व समाजसेवी हुकमाराम ने ग्रुप एडमिन सहित दो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) के नाम नोटिस भेजकर गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं दूसरी ओर इस प्रकरण को लेकर समाज के प्रमुखजनों ने मेघवाल शिक्षण एवं विकास संस्था के अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपकर नोटिस की निंदा की है।
कानूनी नोटिस में ग्रुप निर्माता दूदाराम बारूपाल बिठुजा, एडमिन राजू सेजू, पिंटू परमार, एएसपी भरतराज पांछल और सुनील के. पंवार के नाम शामिल हैं। नोटिस में हुकमाराम ने बताया कि वे संस्था के आजीवन सदस्य होने के साथ ही दो वर्षों से संस्था के व्हाट्सएप ग्रुप में सक्रिय हैं। उन्होंने ग्रुप में बाबा साहेब अंबेडकर से संबंधित एक टिप्पणी साझा की, जो समाज सुधार के संदर्भ में थी।
हुकमाराम का आरोप है कि ग्रुप एडमिन भरतराज पांछल ने उनकी टिप्पणी को डिलीट कर दिया, वहीं दूसरे ग्रुप एडमिन पिंटू परमार ने बिना किसी पूर्व सूचना के उन्हें ग्रुप से हटा दिया। हुकमाराम ने आरोप लगाया कि उनके संवैधानिक विचारों को दबाया गया है, जिससे उनकी सामाजिक और राजनैतिक छवि धूमिल हुई है।
इस कानूनी नोटिस को लेकर मेघवाल समाज में रोष देखने को मिला। समाज के प्रमुखजनों ने संस्था अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि हुकमाराम का कदम असंवेदनशील और अनुचित है। समाजबंधुओं ने कहा कि व्हाट्सएप ग्रुप पर विचारों का मतभेद सामान्य है, परंतु कानूनी कार्रवाई जैसे कदम समाज में वैमनस्य फैलाने का काम करते हैं। वहीं संस्था से इस मामले में हस्तक्षेप करने और समरसता कायम रखने की मांग की गई है। इस दौरान भंवरलाल, ओमप्रकाश पंवार, जगदीश हिंदल, दूदाराम बारूपाल, लादुराम, राजूराम गोल, पूर्व पार्षद बगदाराम बोस, तेजाराम, सुरेश बोस, मनोहर जोगसन सहित समाज के अनेक लोग उपस्थित रहे।