
Locust party barmer
बाड़मेर. बाड़मेर जिले में टिड्डी दल का हमला जारी है। अब तक टिड्डी दल ने हजारों हैक्टेयर में हमला कर किसानों की फसलें चट कर दी गई है। गत दिनों राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हालात देखें थे। उन्होंने किसानों के खेतों में हुई तबाही का मंजर देखकर स्पेशल गिरदावरी करवाने के निर्देश दिए थे। राजस्व विभाग ने बाड़मेर जिले की 10 प्रभावित तहसील में स्पेशल गिरदावरी करवाई है।
जिला प्रशासन की ओर से प्रभावित 10 तहसील में स्पेशल गिरदावरी करवाई है। जहां प्रभावित 209 गांव में 22 हजार 725 किसानों के खेत में फसलें तबाह हो गई है। अब किसान आंखों में आंसू बहा रहा है। इसके अलावा अभी तक टिड्डी दल का हमला जारी है। टिड्डी नियंत्रण को लेकर प्रशासनिक दावे महज दिखावा बनकर रह गए है। ऐसी स्थिति में किसानों को टिड्डी से राहत नहीं मिल पाई है। अब तक हुई गिरदावरी में 28 हजार 251 हैक्टेयर में खराबा होना सामने आया है। हालांकि अभी तक स्पेशल गिरदावरी का कार्य जारी है। केन्द्र व राज्य सरकार के तालमेल के अभाव के अलावा मैन, मशीन और मॉनिटरिंग तीनों में शासन-प्रशासन की विफलता का नतीजा रहा कि 30 हजार से ज्यादा हैक्टेयर में टिड्डी दल का हमला हुआ है। वहीं तमाम दावें टिड्डी दल को रोकने में नाकाम रहे। यहां अनुमानित 7 अरब का नुकसान हुआ है। हालांकि सरकार आंकड़ों में नुकसान कम बताया गया है।
यों समझे फसल खराबें का आंकलन
लीकड़ी गांव के खुमाणसिंह का खेत। इस खेत में 140 बोरी जीरा उपजने के सपने देखता हुआ पूरा परिवार इत्मीनान की नींद सोया। 140 बोरी यानि 16 लाख। किसान खुमाणसिंह इस राशि से कई खुशियां घर लाने की सोच रहा था लेकिन उसे क्या पता कि टिड्डी उसके सारे सपने चौपट कर देगी। गत दिनों टिड्डी दल उसके खेत में आकर बैठा और सुबह पूरा खेत चौपट था। खुमाणसिंह की मेहनत पर पानी फिर गया और पूरे परिवार की आंखों में आंसू ही बचे...न कोई मददगार था न कर पाया। बकौल खुमाणसिंह रात भर नींद नहीं आई है, आंखों में रात निकाल रहे हैं। सरकार मदद करें, हम तो बर्बाद हो गए हैं। ईसरोल के विशनाराम बाना के खेत में 80 बोरी जीरा होना था लेकिन टिड्डी दल ने पूरी फसल को चौपट कर दिया, अब मुश्किल से एक बोरी उपज होगा। बाड़मेर जिले के अब एेसे सैकड़ों किसान है जिनके खेतों में खुशहाली के गीत बंद हो गए और बर्बादी के आंसू टपक रहे हंै। टिड्डी दल जहां जिस खेत में बैठा किसानों की मेहनत को चौपट कर गया। पिछले आठ माह से जिले के कोने-कोने में किसानों ने यह बर्बादी देखी है और अब भी टिड्डियों का अंत नहींं हुआ है। बाड़मेर जिले में अनुमानित करीब 7 अरब का नुकसान हुआ है।
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अब तक स्पेशल गिरदावरी
तहसील - प्रभावित गांव - प्रभावित क्षेत्र - प्रभावित किसानों की संख्या
गिड़ा - 01 - 4.8 - 01
रामसर - 02 - 31 - 10
पचपदरा - 15 - 476 - 230
सिवाना - 27 - 736 - 1504
चौहटन - 46 - 2606 - 1672
सेड़वा - 57 - 21112 - 16424
शिव - 05 - 98 - 48
सिणधरी - 09 - 111.5 - 201
समदड़ी - 08 - 141 - 311
गडरारोड़ - 39 - 2934 - 2324
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Published on:
18 Jan 2020 12:31 pm
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