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दिन में चलाता मोबाइल की दुकान, रात में देता चोरी को अंजाम, कौन पढि़ए पूरा समाचार

कपड़ा फैक्ट्रियों में चोरी करने वाले चार आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे - एक जीप बरामद

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दिन में चलाता मोबाइल की दुकान, रात में देता चोरी की अंजाम, कौन पढि़ए पूरा समाचार

दिन में चलाता मोबाइल की दुकान, रात में देता चोरी की अंजाम, कौन पढि़ए पूरा समाचार

बालोतरा.बालोतरा थाना पुलिस ने कपड़ा इकाइयों से कपड़े के थान व अन्य सामान चुराने की दो घटनाओं का खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों से पुलिस ने जीप भी बरामद की। उसका इस्तेमाल आरोपी चोरी की घटनाओं को अंजाम देने में करते थे।

थानाधिकारी निरंजन प्रतापसिंह ने बताया कि नवम्बर में औद्योगिक क्षेत्र स्थित दो कपड़ा इकाइयों के ताले तोड़ कर चोरों ने पोपलिन व ग्रे कपड़े की गांठें, पोपलीन के थान, पेंट व नाइटी के पीस चुरा ले गए। इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। इस पर पुलिस उपाधीक्षक सुभाषचन्द्र खोजा के सुपरविजन में थानाधिकारी निरंजन प्रताप के नेतृत्व में हैड कांस्टेबल शैतानसिंह, इन्द्रसिंह, कांस्टेबल जोगाराम, मेघाराम, साइबर एक्सपर्ट उदयसिंह, अशोक कुमार, बाबूलाल की विशेष टीम गठित की। टीम में शामिल पुलिसकर्मियों ने मुखबिरों की मदद से लगातार औद्योगिक क्षेत्र मेघूमने वाले संदिग्धों पर नजर रखकर संदिग्ध बाबूरामसिंह अणदानियों की ढ़ाणी (बोड़वा, बायतु), गोपालसिंह साल्ट हाल आकडिय़ा महादेव मंदिर के पास, महेन्द्रसिंह बागजी का बेरा माजीवाला व रामाराम पनोतरी नाडी टापरा को दस्तयाब कर पूछताछ की। पूछताछ में आरोपियों ने 19 नवम्बर रात्रि में राजकमल मिल्स फैक्ट्री व 26 नवम्बर को मणीभद्रा इंटरनेशनल फैक्ट्री में चोरी की वारदातों को अंजाम देना स्वीकार किया। पुलिस अब आरोपियों से चुराए कपड़े के गांठ व अन्य सामान बरामद करने में जुटी हुई है।
औद्योगिक इलाके में कामकाज के बहाने टोह- आरोपी बाबूरामसिंह औद्योगिक क्षेत्र में स्थित इकाई में नौकरी करता है। महेन्द्रसिंह यहां मोबाइल दुकान चलाता है। शेष अन्य दोनों आरोपी भी औद्योगिक क्षेत्र में कामकाज करते हैं। ऐसे में सभी औद्योगिक क्षेत्र के जानकार होने पर ये दिन में रैकी करते हैं। इसके बाद रात में वारदात को अंजाम देते थे।

इकाई मालिक भी बरत रहे लापरवाही- औद्योगिक इकाइयों के मालिक श्रमिकों व अन्य स्टाफ को काम पर रखने के दौरान उनका पुलिस से सत्यापन नहीं करवाते है। जबकि नियमानुसार श्रमिकों को काम पर रखने से पहले उनका पुलिस से सत्यापन करना जरूरी होता है, ताकि अगर किसी के खिलाफ कोई आपराधिक रिकॉर्ड हो तो पता चल सके। बालोतरा शहर की इकाइयों में जिले व प्रदेश के अलावा बड़ी संख्या में उतरप्रदेश, बिहार व अन्य प्रदेशों के श्रमिक पर काम कर रहे है। चोरी के मामले में पुलिस की गिरफ्त में बाबूरामसिंह के खिलाफ पूर्व में भी आपराधिक मामले दर्ज हैं।


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