6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पशु चारा मांग रहे हैं, कब सुनेगी सरकार

- तीन माह से अनुदान की बांट जो रही पंजीकृत गोशालाएं- गोशाला संचालकों की बढ़ी परेशानियां- समाजसेवियों के सहयोग से कर रहे संचालक

2 min read
Google source verification
No fodder trains coming in due to lockdown

No fodder trains coming in due to lockdown

बालोतरा. लॉकडाउन से चारा की गाडिय़ों की आवक नहीं होने व प्रति किलो भाव में एक रुपए की बढ़ोतरी होने से गोशाला संचालक परेशान है। इस पर प्रदेश गोपालन विभाग के तीन माह की अनुदान राशि इन्हें उपलब्ध नहीं करवाने से इनकी दिक्कतें ओर अधिक बढ़ गई है। परेशान गोशाला संचालक दानदाताओं से मदद मांग कर गोशालाओं का संचालन कर रहे हैं।

लॉकडाउन से गाडिय़ों के पहिये थमने के साथ जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। इससे गोशालाएं भी अछूती नहीं है। अन्य प्रदेशों से चारे की आवक बहुत कम होने से इसके बढ़े भावों से गोशाला संचालकों की परेशानियां बढ़ गई है। दूसरी ओर प्रदेश के गोपालन विभाग के पंजीकृत गोशालाओं को बकाया अनुदान नहीं देने से संचालकों की दिक्कतें ओर अधिक बढ़ गई है।

इस पर से दानदाताओं के सहयोग से बड़ी मुश्किल से गोशालओं का संचालन कर रहे हैं। गाडिय़ों के पहिए थमे, चारे के भाव बढ़े- लॉकडाउन से ट्रकों के पहिए थम गए हैं। जानकारी अनुसार पूर्व में बालोतरा से मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश आदि कई राज्यों में तैयार कपड़े से भरी गाडिय़ां जाती थी।

वापिस में लौटती खाली गाडिय़ां वहां से चारा लेकर आती। इससे दो ओर के मिलने वाले किराए पर वे चारा सस्ता बेचती। लेकिन लाकडाउन से बंद कामकाज पर गाडिय़ां अब चारा लाने के लिए इन प्रदेशों में बहुत कम जा रही है। एक तरफा ही किराया मिलने पर चारा कारोबारी अब बढ़े भाव में चारा बेच रहे हंै। जानकारी अनुसार चना, गेंहू, मसूर बाजरा आदि सूखे चारा के भाव में प्रति किलो एक रुपए बढ़ोतरी हुई है।

महंगे चारा से संचालकों की परेशानी बढ़ गई है। अनुदान भी अटका, संचालन करना हुआ मुश्किल- प्रदेश को गोपालन विभाग वसूलने जाने वाले गो कर से पंजीकृत गोशालाओं को 3 वर्ष से कम गोवंश पर 20 रुपए व इससे अधिक आयु के गोवंश पर 40 रुपए देता है। गोशाला दो वर्ष पुरानी पंजीकृत व 200 से अधिक पशु होना अनिवार्य है।

वर्ष में जनवरी, फरवरी मार्च व अप्रेल, मई, जून इन छह महिनों में विभाग गोशाला संचालकों को अनुदान राशि उपलब्ध करवाता है। अप्रेल माह की 11 तारीख बीत चुकी है। लेकिन बालोतरा क्षेत्र की 22 व जिले की 82 गोशालाओं को अनुदान राशी उपलब्ध नहीं करवाई है। इस पर इनके संचालन को लेकर गोशाला संचालकों की दिक्कतें अधिक बढ़ गई है।

व्यू-

लॉकडाउन बाद से चारा की आवक बहुत कम हो रही है। इससे भावों में भी बढ़ोतरी हुई है। गोपालन विभाग ने अनुदान भी उपलब्ध नहीं करवाया। परेशान हंै। विभाग शीघ्र राशि उपलब्ध करवाएं।

- गौतम माली, व्यवस्थापक श्री अन्नपूर्णा गोशाला बालोतरा

सरकार के उपलब्ध करवाए जाने वाली अनुदान राशि अभी तक उपलब्ध नहीं करवाई गई है। दूसरी ओर चारे की कीमतें भी बढ़ गई है। समाजसेवियों के सहयोग से संचालन कर रहे हैं। सरकार शीघ्र अनुदान राशि दिलावें।

- करनाराम प्रजापत, संचालक, मां आईनाथ गो सेवा समिति


बड़ी खबरें

View All

बाड़मेर

राजस्थान न्यूज़

ट्रेंडिंग