
जिलेभर में बरसात का कहर जारी है। शुक्रवार रात से शनिवार तक चला बरसात का सिलसिला अब भारी पडऩे लगा है। कई पानी से घिर गए हैं। वहीं नदियां उफान पर आगे बढऩे से संकट बढ़ता जा रहा है।
शिव.
लगातार मूसलाधार बारिश ने लोगों को हाथ खड़े करवा दिए। क्षेत्र के नदी-नाले, सड़कों के पुलिए व रपटें पूरे वेग के साथ बहने लगे हैं। इससे निचली बस्तियों, घरों व दुकानों में पानी घुस गया।
डाकघर, पंचायत समिति के आवासीय क्वार्टर, डाक बंगलों, नए व पुराने पुलिस थाने, पुरानी तहसील, डिस्कॉम कार्यालय सहित कई मौहल्लों में पानी भर गया। गूंगा से जोगीदास धाम जाने वाली सड़क का दोपहर तक संपर्क कटा रहा।
बांधेवा कुम्हारों की ढाणी के पास बह रहे 4 फीट पानी में सुबह आठ बजे एक थार गाड़ी व एक बाइक फंस गए। उन्हें कड़ी मशक्कत के बाद ट्रैक्टर की सहायता से निकाला गया। ऐसे ही गूंगा से चक भैंसका वाली सड़क बाधित रही।
यहां हालात खराब
कानाणियों की ढाणी, मगाणियों की ढाणी, गुलाणियों की ढाणी, डाउवाणियों की ढाणी, रासारा तला, बरियाड़ा, सरगीला, मेहरों की ढाणी, मेघवालों की ढाणी (राजबेरा), नागड़दा, कायम की बस्ती, जालेला, तालों का गांव, मती का गोल सहित गांवों के आसपास की कई ढाणियों में बने दर्जनों घर पानी से घिर गए।
हाईवे पर मगाणियों की ढाणी के चारों ओर शाम तक भी पानी ही पानी नजर आ रहा था। दर्जनों घरों में पानी घुस जाने से आशियाने ढह गए।
उपखंड अधिकारी चंद्रभानसिंह भाटी, तहसीलदार हीरसिंह चारण, नायब तहसीलदार हरकिशन बिश्रोई, विकास अधिकारी डॉ. सीएस कामठे, थानाधिकारी मानाराम गर्ग ने अतिवृष्टि प्रभावित इलाकों की सुध ली।
तालाब से बना खतरा
कस्बे का मानसरोवर तालाब लबालब हो गया है। अब इसके टूटने का खतरा मंडरा रहा हैं। यह तालाब कस्बे के ठीक पीछे होने के कारण रात्रि में यदि ज्यादा बरसात हो जाती हैं, तो कस्बे के जलमग्र होने का खतरा हैं।
प्रशासन ने शनिवार को इसका जायजा लेकर आपात स्थिति से निपटने के लिए रेत से भरे कटे व बुलडोजर तैयार रखे हैंं तथा ग्रामीणों को चौकस रहने को कहा है।
इसके अलावा कई बांध, खड़ीन, एनीकट व पार क्षमता तक भर चुके हैं। इनके टूटने से भी इनकार नहीं किया जा सकता। इन पर निगरानी के लिए पटवारियों को निर्देश दिए हैं।
सेड़वा में 171 मिमी पानी बरसा
सेड़वा /चौहटन .
लगातार जारी बरसात के चलते सेड़वा में शनिवार शाम 5 बजे तक 171 मिमी बरसात रिकॉर्ड की गई। स्थानीय अस्पताल परिसर में पानी भर गया तथा कई खेत जलमग्न हो गए।
कच्छ रण से सटे गांवों में कई स्थानों में पानी का भराव हो गया है। विधायक तरुणराय कागा, तहसीलदार सूरजभान विश्नोई, भाजपा महामंत्री भरतदान ने शनिवार को ग्रामीणों से मुलाकात कर हालचाल जाने।
प्रशासन ने राउप्रावि डउकियों की ढाणी, गीड़ा में ठहराया है। उन्हें राशन व अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाई जा रही है। विधायक ने गांव का दौरा कर प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने के निर्देश दिए।
सेड़वा भाजपा महामंत्री भरतदान चारण, तहसीलदार सूरजभान बिश्नोई, विकास अधिकारी किशनलाल साथ थे।
आबादी क्षेत्रों व ढाणियों में घुसा पानी
चौहटन.
कस्बे सहित समूचे सरहदी इलाकों में शनिवार रात मूसलाधार बरसात हुई। कस्बे में सवेरे आठ बजे तक 4 इंच बरसात हुई। इससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया तथा लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो गया।
बरसाती नालों ने नए रास्ते गढ़ लिए। आबादी क्षेत्रों की तरफ बहाव से खतरा बढ़ गया। पहाड़ी पर स्थित इंद्रभाण तालाब भर जाने से करीब दो फीट ऊंचे उफान के साथ पानी झरनों के रूप में बहने लगा।
उपखंड अधिकारी भागीरथ चौधरी, पुलिस उपअधीक्षक अर्जुनराम चौधरी, उपसरपंच मोहनलाल सोनी ने टीम के साथ संभावित खतरों का जायजा लिया।
पानी भराव वाले क्षेत्रों से जेसीबी, ट्रैक्टर की सहायता से पानी निकासी करवाई। ढोक के निकट रेत के कट्टे भरवाकर एहतियाती उपाय करवाए गए।
बाजार बंद, नहीं चली कई बसें
सिणधरी.
क्षेत्र में तेज बारिश के चलते लूणी नदी का जल स्तर बढ़ गया है। यहां शनिवार सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक 105 मिमी बारिश दर्ज की गई, वहीं शुक्रवार शाम 28 मिमी पानी बरसा। तेज बसात के चलते शनिवार कस्बे की दुकानें भी नही खुली तथा बसों का आवागमन बंद रहा।
कस्बे में दूध एवं सब्जियां भी नही पहुंची। सिणधरी से बाड़मेर का सीधा संपर्क कटा हुआ है। इधर निचली बस्तियों में पानी घुसने से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। बारिश के दौर से रहवासी मकान टपकने लग गए हैं।
चाडों कि ढाणी गांव में कई घर जलमग्न हो गए। पुलिस एवं प्रशासन ने जेसीबी से पानी निकासी की व्यवस्था की।
साथ ही स्थानीय तैराकों को मुस्तैद रहने की हिदायत दी। तहसीलदार पेमाराम एवं कार्यवाहक थानाधिकारी सांगसिंह ने मेगा हाईवे पर बने पुल पर यातायात व्यवस्था का जायजा लिया।
ग्रामीणों से सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील
रामजी का गोल फांटा.
लूणी नदी में पानी की आवक बढऩे पर प्रशासन ने आस-पास निवास करने वाले ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की हिदायत दी है।
गुड़ामालानी तहसीलदार जोधसिह, भू-निरीक्षक बीरबल विश्नोई, पटवारी हरकन्दराम ने क्षेत्र का जायजा लिया। गादेवी रपट के ऊपर से पानी की आवक बढ़ती जा रही है। लगातार बारिश से कई कच्चे मकान ढह गए।
खेतों में पानी जमा होने से फसलें चौपट हो गई। सांसद सोनाराम ने भी अतिवृष्टि क्षेत्रों का जायजा लिया। उन्होंने किसानों से मुलाकात कर मदद का आश्वासन दिया।
रेस्क्यू टीम ने 43 को निकाला बाहर
धोरीमन्ना.
उपखंड के पुरावा गांव में करीब 43 जने पानी से घिर गए। उन्हें रेस्क्यू टीम ने बाहर निकाला। इन्हें अरणियाली गांव की सीनियर स्कूल में रुकवाया गया है। एक महिला ने दो दिन पूर्व बच्चे को जन्म दिया था, उसे स्कूल में अलग से कमरा दिया गया।
सांसद, जिला कलक्टर व एसपी सहित अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुुंच जानकारी ली तथा राशन सामग्री वितरित की। डॉ. विष्णुराम विश्नोई ने बताया कि गांव में मेडिकल टीम को तैनात किया गया है।
Published on:
30 Jul 2017 03:20 pm
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