
थम नहीं रहा बॉर्डर पर जनसंख्या विस्फोट, 36 लाख बढ़ गए लोग
रतन दवे
बाड़मेर . बॉर्डर के जिलों में आबादी का विस्फोट थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब सुरक्षा एजेंसियों के लिए भी फिक्र बढ़ा रहा है। 2011 के मुकाबले अनुमानित आबादी में करीब 36 लाख से अधिक लोग बीकानेर, बाड़मेर, जैसलमेर, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में बढ़े है। हनुमानगढ़ और श्री गंगाानगर की वृद्धिदर तो चिंताजनक नहीं हैै लेकिन बीकानेर में 41.9, बाड़मेर 32.52 और जैसलमेर में 31.80 फीसदी की बेलगाम बढ़ोतरी हो रही है।
2011 में वृद्धि दर ने चौंकाया
2011 की जनसंख्या की वृद्धिदर ने चौंका दिया। प्रदेश में सर्वाधिक वृद्धिदर प्रदेश के बड़े जिलों की न होकर बीकानेर, बाड़मेर औैर जैसलमेर की रही, जो तीनों ही जिलें सीमावर्ती है।
फिक्र के बाद जिक्र नहीं
2011 की फिक्र के बाद बॉर्डर जिलों में जनसंख्याा नियंत्रण का पॉपुुलेशन प्लान बनाने का चिकित्सा महकमे ने दावा किया लेकिन इसका बाद में जिक्र तक नहीं हुुआ। नतीजा आबादी की वृद्धिदर थम नहीं रही है।
बॉर्डर पर चिंता के कारण
- 1070 किमी सीमा पाकिस्तान से लगी हुई
- अराष्ट्रीय गतिविधियां बढऩे का खतरा
- इंटरनेट नेटवर्क बाद खुफिया एजेंसियां चिंताग्रस्त
- मादक पदार्थों की तस्करी का खतरा बढ़ा
- वर्ग अनुसार आबादी का असंतुलन
यह है स्थिति
जिला 2011 वृद्धि दर 2023 अनुमानित कितने बढ़े
बीकानेर- 2363937 41.19 3285873 921936
बाड़मेर- 2603751 32.52 3619214 1015463
जैसलमेर- 669919 31.81 887600 217681
श्रीगंगानगर-1969168 10.04 2737144 767976
हनुमानगढ़- 1774692 16.91 2466822 692130
एक्सपर्ट व्यू
बॉर्डर के जिलों में जनसंख्या वृद्धिदर रोकना जरूरी है। 2011 से ही इसका प्लान जाना था।अभी आबादी नियंत्रण को नसबंदी का एक निश्चित पैटर्न है। सर्दियों में शिविर लगाना। केवल चार माह में ही लक्ष्य हासिल करना है। जबकि यह सालभर और एक दशक का निरंतर कार्यक्रम होना चाहिए। बॉर्डर के गांवों में लगातार इसको लेकर जागरूकता की दरकार है। सरकारी कर्मचारी और जिला कलक्टर तय कर ले कि यहां साल पर्यन्त टीमें रहेगी औैर आबादी नियंंत्रण के पूरे प्रयास होंगे तब आबादी कम होगी। जागरूकता आई है लेकिन बहुत कम है।- डा.गणपतसिंह राठौड़, पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
Published on:
13 Jul 2023 08:31 pm
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