26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Good News: भारत-पाक बॉर्डर के पास ‘उत्तरलाई एयरपोर्ट’ का होगा विस्तार, नागरिक उड्डयन विभाग ने दे दी स्वीकृति

नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा बाड़मेर जिला प्रशासन से प्राप्त मौके की स्थिति का अध्ययन और रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है।

less than 1 minute read
Google source verification

एयरपोर्ट (फोटो: पत्रिका)

राजस्थान सरकार अब सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रही है। बाड़मेर जिले के उत्तरलाई एयरपोर्ट का विस्तार किया जाएगा, जिसके लिए राज्य के नागरिक उड्डयन विभाग ने भूमि अवाप्ति की स्वीकृति प्रदान कर दी है। यह एयरपोर्ट भारत-पाक बॉर्डर के पास स्थित है और रणनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण माना जाता है।

नागरिक उड्डयन विभाग ने भेजी विस्तृत रिपोर्ट

इस प्रस्ताव पर निर्णय नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा बाड़मेर जिला प्रशासन से प्राप्त मौके की स्थिति का अध्ययन और रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है। रिपोर्ट में बताया गया कि एयरपोर्ट पर नवीन सिविल एन्क्लेव और एप्रोच रोड के निर्माण के लिए भूमि की आवश्यकता है।

64.43 एकड़ भूमि की आवश्यकता

आधिकारिक आदेश के अनुसार, उत्तरलाई एयरपोर्ट पर सिविल एन्क्लेव के लिए कुल 64.43 एकड़ भूमि की जरूरत होगी। इसमें से 62.96 एकड़ भूमि निजी स्वामित्व में है, जिसे अब सार्वजनिक प्रयोजन के लिए अधिग्रहित किया जाएगा। यह भूमि 25.4785 हेक्टेयर में फैली हुई है।

पुनर्वास और मुआवजे की प्रक्रिया तय

बाड़मेर जिला प्रशासन ने जमीन अधिग्रहण से पहले क्षेत्र का पुनर्वास, पुनर्व्यवस्थापन और मुआवजा मूल्यांकन पहले ही कर लिया है। भूमि को सार्वजनिक परियोजना के उद्देश्य से उपयुक्त मानते हुए इसे अवाप्त करने की सिफारिश की गई, जिसे सरकार ने अब मंजूरी दे दी है।

सीमावर्ती क्षेत्रों में हवाई सुविधाओं का विस्तार


उत्तरलाई एयरपोर्ट का विस्तार न सिर्फ सामरिक दृष्टि से बल्कि आम नागरिकों के लिए भी राहतभरी खबर है। इससे सीमावर्ती क्षेत्रों में हवाई संपर्क, पर्यटन, और आर्थिक गतिविधियों को बल मिलेगा। यह परियोजना बाड़मेर और आसपास के ग्रामीण इलाकों में सुविधाओं और रोजगार के नए अवसर भी लेकर आएगी।