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ट्रैक्टर-ट्रॉली चुराते, ट्रॉली बेच कमाते और रुपए उड़ाते शौक मौज में

आरोपी गिरफ्तार, निशानदेही पर तीन ट्रैक्टर व चार ट्रॉलियां बरामद

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ट्रैक्टर-ट्रॉली चुराते, ट्रॉली बेच कमाते और रुपए उड़ाते शौक मौज में

ट्रैक्टर-ट्रॉली चुराते, ट्रॉली बेच कमाते और रुपए उड़ाते शौक मौज में



बाड़मेर. आराम के साथ एेश मौज की जिंदगी जीने के सपने देख अपराध के रास्ते में उतरे एक गिरोह ने टै्रक्टर ट्रॉलियां चुरा कर बेचना शुरू किया, लेकिन बीस मई को सेवनियाला में की चोरी की जांच में पुलिस के हत्थे लगे तो कई वारदातों का पता चला। पुलिस के अनुसार 20 मई को सेवनियाला गांव की सरहद में किशनाराम पुत्र शेंभूराम जाट ने पत्थर से भरी टै्रक्टर-ट्रॉली को सडक़ किनारे खड़ा किया तथा खाना खाने के लिए घर गया तो पीछे से ट्रैक्टर मय ट्रॉली चोरी हो गया। इसके अनुसंधान में एसपी के निर्देशानुसार बायतु थानाधिकारी ललितकिशोर चौधरी ने टीम बनाकर गहनता से तलाश की तो इस मामले में बड़ा पर्दाफाश हुआ। मामले में बायतु पुलिस ने तकनीकी सहायता से गिरधारीराम पुत्र अचलाराम जाट निवासी हुडों की ढाणी को गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने इस चोरी की वारदात को अंजाम देने की बात को कबूला। पुलिस की पूछताछ में चोरी की वारदात को स्वीकारने के बाद सबसे पहले सेविनियाला गांव की सरहद से चुराए ट्रैक्टर मय ट्रॉली को बरामद किया तथा शक के आधार पर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने चोरी के तीन अन्य ट्रैक्टर व ट्रॉलियां खरीदने की बात स्वीकारी। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर तीन अन्य ट्रैक्टर-ट्रॉलियां बरामद की। मोटे मुनाफे के फिराक में चुना अपराध का रास्ता- आरोपी गिरधारीराम पूछताछ में बताया कि चार-पांच माह पूर्व भोमाराम जाट नामक युवक से सम्पर्क हुआ तो उसने ट्रैक्टर-ट्रॉली बेचने की बात कही। गिरधारीराम ने बीस हजार रुपए दिए और टै्रक्टर-ट्रॉली खरीदी, ट्रॉली को अस्सी हजार रुपए में आगे बेच दिया। ट्रैक्टर गिरधारीराम के कब्जे में ही रह गया। उस दौरान उसने प्रभुराम नाम के युवक से चोरी का ट्रैक्टर ट्रॉली खरीद कर आगे बेच दिया। इसी तरह मोटे मुनाफे का लालच देख स्वयं ने अन्य साथियों के साथ मिलकर ट्रैक्टर ट्रॉलिया चुराने का काम शुरू कर दिया। वारदात को अंजाम देने से पूर्व आरोपी साथियों के साथ रेंकी करते थे। आरोपी ने सायला, जालोर व अन्य जगहों से भी चोरी की वारदातों को कबूला है।ट्रॉली मालदार, ट्रैक्टर बेकार- ट्रैक्टर मय ट्रॉली चुराने वाले इस गिरोह के लिए ट्रॉली ही मालदार होती हैं जिसको वारदात के तत्काल बाद ही दूसरा रंग करके साठ हजार से नब्बे के बीच बेच देते थे। वहीं ट्रैक्टरों को धोरों में सुनसान इलाके में ले जाकर घनी गहरी झाडिय़ों में खड़ा कर देते थे। इस चोर गिरोह के लिए ट्रैक्टर का कोई महत्व अभी तक नहीं था, लेकिन घटना स्थल से महज ट्रॉली चुराने के लिए ही ट्रैक्टर का उपयोग होता था। टीम में इनका रहा विशेष सहयोग- ट्रैक्टर ट्रॉली चुराने के गिरोह के आरोपी तक पहुंचाने के लिए एसपी आंनद शर्मा के निर्देशानुसार गठित टीम में बायतु थानाधिकारी ललित किशोर के साथ हैड कांस्टेबल मोहनलाल, राजाराम, जैसाराम, कास्टेबल धर्माराम, डालूराम, रूप किशोर, गगाराम, भरत कुमार व हरेंद्र कुमार की टीम ने साइबर सेल की टीम के महिपाल सिंह व भूपेंद्र सिंह का सहयोग रहा।