
The purpose of mantra diksha is to send religious rites in children
मंत्र दीक्षा का उद्देश्य बच्चों में धार्मिक संस्कार डालना
बालोतरा.शहर के न्यू तेरापंथ भवन में रविवार को मंत्र दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन तेरापंथ युवक परिषद के तत्वावधान व साध्वी पुण्यप्रभा के सान्निध्य में हुआ। इसमें 370 बच्चों ने भाग लिया। नवकार मंत्र के मंगलाचरण से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। बच्चों की ओर से त्रिपदी वंदना की गई। तेयुप अध्यक्ष निलेश सालेचा ने कहा कि मंत्र दीक्षा बालकों में संस्कार निर्माण का सुंदर उपक्रम है। ज्ञानशाला के बच्चों ने अभिनय गीतिका प्रस्तुत की एवं उसके बाद एक संवाद के रूप में जिसमें छोटे-छोटे नन्हे कलाकारों के रूप में यह बच्चे ज्ञानशाला के सामने आए। साध्वी जिनयशा ने मंत्र दीक्षा का महत्व समझाया। साध्वी निर्मलप्रभा ने कथानक के माध्यम से महामंत्र की उपयोगिता समझाई। साध्वी पुण्यप्रभा ने दीक्षांत प्रवचन एवं बच्चों को मंत्र दीक्षा प्रदान की। साध्वी ने नवकार मंत्र के रंगों का महत्व समझाया। साध्वी ने कहा कि मंत्र शक्ति का प्रतीक है। शक्ति के अभाव में ज्ञान उपयोग नहीं हो सकता और ना ही आनंद की प्राप्ति। नमस्कार महामंत्र अनंत शक्तियों का भंडार है। कार्यक्रम में उपाध्यक्ष संदीप ओस्तवाल, रौनक श्रीश्रीमाल, सहमंत्री नवीन सालेचा, सुनील लूनिया, कोषाध्यक्ष कल्पेश भंडारी आदि उपस्थित थे। संचालन तेयुप मंत्री अरविंद सालेचा एवं आभार ज्ञापन मंत्र दीक्षा संयोजक गौतम संकलेचा ने किया।
जसोल.कस्बे के पुराना ओसवाल समाज भवन में रविवार को मंत्र दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन साध्वी प्रमोदश्री के सान्निध्य मेंं हुआ।
साध्वी प्रमोदश्री ने कहा कि नियमित रूप से प्रतिदिन नवकार महामंत्र का जप, चरित्र आत्माओं के दर्शन, ज्ञानशाला में पढऩा, सत साहित्य का पठन इन सबके माध्यम से जीवन का सुंदर निर्माण संभव हैं। बच्चे सहज, सरल, कोरे कागज के समान होते हैं। उन्हें चाहे जिस आकार में मोड़ा जा सकता हैं। सभी बच्चों के जीवन निर्माण के लिए संस्कार निर्माण पर ध्यान दें, यह आवश्यक हैं।
इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ ज्ञानशाला के बच्चों के मंगलाचरण से हुआ। विजय गीत का संगान तेयुप सदस्यों ने किया। साध्वी विजयप्रभा ने वर्तमान में संस्कारों की उपयोगिता पर बल देते हुए मंत्र दीक्षा के कार्यक्रम की प्रांसगिकता पर प्रकाश डाला एवं अभिभावकों को अपने बच्चों को नियमित रूप से ज्ञानशाला भेजने की प्रेरणा दी। साध्वी विजयप्रभा ने बताया कि करीब 120 बालकों ने मंत्र दीक्षा ग्रहण की। इस अवसर पर बाल फिल्म कलाकार राज ओस्तवाल बालोतरा, सभा अध्यक्ष डूंगरचंद सालेचा, ललित ओस्तवाल, तेयुप अध्यक्ष तरुण भंसाली, अमित मंडोत, नरेश बोकडिय़ा, महेंद्र लुंकड़, ज्ञानशाला प्रभारी महेंद्र तातेड़, ज्ञानशाला संयोजिका पुष्पादेवी बुरड़, ज्ञानशाला प्रशिक्षक प्रेक्षा सालेचा एवं प्रवीण भंसाली समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। संचालन तेरापंथ सभा सहमंत्री कांतिलाल ढेलडिय़ा ने किया।
पचपदरा.कस्बे के तेरापंथ भवन में रविवार को अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद की ओर से मंत्र दीक्षा का कार्यक्रम साध्वी रामकुमारी आदि ठाणा 6 के सान्निध्य में आयोजित हुआ। तेरापंथ युवक परिषद संरक्षक महेश बी खतंग ने बताया कि कार्यक्रम में 85 ज्ञानशाला बालकों ने भाग लिया। साध्वी रामकुमारी ने कहा कि मंत्र दीक्षा गुरुदेव तुलसी के आवेदनों में से एक है। इसका मुख्य उद्देश्य बालकों बचपन मे ही धार्मिक संस्कार से पल्लवित करना, घर में माता-पिता और बड़ों का आदर सम्मान करना, गुरु के प्रति सहज समर्पण और श्रद्धा रखना, जीवन में नैतिकता और प्रमाणिकता रखना, जीवन को अनुशासित और नशा मुक्त रखना है। साध्वी रामकुमारी ने बालकों को नमस्कार महामंत्र के जप का संकल्प करवाया। कार्यक्रम में ज्ञानशाला के बच्चों ने लघु नाटिका और पैरोडी की प्रस्तुति दी। साध्वी विवेकश्री ने गीतिका प्रस्तुत की। साध्वी प्रज्ञावती, साध्वी प्रशांतयशा, ज्ञानशाला प्रशिक्षिका अपेक्षा कांकरिया, कन्या मंडल संयोजिका विद्या चौपड़ा, युवक परिषद अध्यक्ष निलेश संकलेचा, महिला मण्डल अध्यक्ष इन्द्रदेवी मदाणी, ज्ञानशाला प्रभारी आनंद चौपड़ा ने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में अशोककुमार, मुकेश कुमार, कंकु चौपड़ा का साहित्य से सम्मान किया गया। संचालन साध्वी कीर्तिप्रभा ने किया।
Published on:
22 Jul 2019 12:17 pm
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