
What happened to the revenue minister's tweeter against Hemaram that t
बाड़मेर .
राजस्व मंत्री एवं बायतु विधायक हरीश चौधरी के ट्वीटर एकाउंट से गुड़ामालानी विधायक हेमाराम चौधरी के खिलाफ ट्वीट होने और सोशल मीडिया पर वायरल कर राजस्व मंत्री की छवि खराब करने एवं साइबर अपराध करने का मामला शहर कोतवाली थाने में दर्ज हुआ है। मामले की जांच प्रारंभ कर दी गई है।
राजस्व मंत्री हरीश चौधरी के कार्यालयकर्मी रूपचंद चौधरी ने मामला दर्ज करवाया कि वह राजस्व मंत्री के ट्वीटर एकाउंट को हैण्डल करता है। शनिवार को राजस्व मंत्री के एकाउंट से ट्वीट की गई पोस्ट को किसी ने एडिट कर दिया। इस पोस्ट में लिखा गया कि विधायक विश्वेन्द्रसिंह व भंवरलाल शर्मा के साथ साथ विधायक हेमाराम चौधरी को भी कांग्रेस पार्टी से निकाल देना चाहिए क्योंकि हेमाराम चौधरी ने भी पार्टी के साथ गद्दारी की है। यह पोस्ट मैने राजस्व मंत्री के ट्वीटर से पोस्ट नहीं की है। राजस्व मंत्री से संपर्क किया तो उन्होंने भी इससे इंकार किया है। मामला दर्ज करवाया कि किसी ने वैमनस्य पूर्वक इस पोस्ट को एडिट कर सोशल मीडिया पर प्रसारित किया है। साइबर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया और जांच प्रारंभ की गई है ।
क्या है हेमाराम चौधरी का मामला
गुड़ामालानी विधायक हेमाराम चौधरी सचिन पायलट ग्रुप में शामिल हो गए है और उन्होंने बीते दिनों जमकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बयानबाजी की। हेमाराम ने कांग्रेस में नेतृत्व बदलने की पुरजोर मांग रखते हुए सरकार के खिलाफ बोला कि सरकार में काम नहीं हो रहे है। लोगों से जो वादे किए गए थे वो पूरे नहीं हुए है। पुराने लोगों की इज्जत नहीं की जा रही है। सचिन पायलट के ग्रुप का बताकर उनको दरकिनार किया जा रहा है। उन्होंने तीन दिन पहले कहा था कि संगठन के अध्यक्ष सचिन पायलट है। संगठन से सरकार बनती है। संगठन बड़ा है,सरकार बड़ी नहीं है। संगठन को तवज्जो नहीं दी जा रही है। इसलिए वे सचिन पायलट के साथ में है। उन्होंने यहां तक कहा कि अगर उनके पास 106 लोग है तो फिर वे बाड़ेबंदी क्यों कर रहे है। लोगों पर दबाव क्यों बनाया जा रहा है। विधायकों को घेरकर क्यों रखा गया है। इस तरह का व्यवहार विधायकों के साथ किया जा रहा है जैसा आम आदमी के साथ नहीं होता है।
हरीश-हेमाराम दोनों एक ही क्षेत्र से
हरीश चौधरी बाड़मेर जिले के बायतु से विधायक है और राजस्व मंत्री बनाए गए है। हेमाराम चौधरी गुड़ामलानी से विधायक है। हेमाराम पूर्व सरकार में राजस्व मंत्री थे और इस बार जीत के बाद उम्मीद थी कि उनको राजस्व मंत्री या फिर कोई मंत्रालय दिया जाएगा लेकिन ऐनवक्त पर मंत्रीमण्डल में हरीश चौधरी को शामिल कर लिया गया और राजस्व मंत्री बनाया गया। हेमाराम चौधरी को मंत्री नहीं बनाया गया है। अब हरीश चौधरी जहां सरकार के साथ अशोक गहलोत खेमे में है तो दूसरी तरफ हेमाराम चौधरी खुले तौर पर सरकार के विरोध में आ गए है।
मामला दर्ज कर लिया गया है। आईटी एक्ट व अन्य धाराओं के तहत अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ की जा रही है।-रामप्रताप, थानाधिकारी कोतवाली
Published on:
18 Jul 2020 10:59 pm
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