6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

विवेकानंद की भांति जीवन में आगे बढ़े युवा

राजकीय पीजी महाविद्यालय में विचार संगोष्ठी

2 min read
Google source verification
Youth progressed in life like Vivekananda

Youth progressed in life like Vivekananda

बाड़मेर. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से सोमवार को राजकीय पीजी महाविद्यालय में युवा पखवाड़े के तहत विचार संगोष्ठी आयोजित की गई। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिला संयोजक भोमसिंह सुंदरा ने कहा कि देश के विकास के लिए युवा विवेकानंद की भांति आगे बढ़कर कार्य करें।

जोधपुर प्रांत कार्यसमिति सदस्य प्रवीणसिंह मीठड़ी ने कहा कि विश्व को हिन्दू संस्कृति की पहचान स्वामी विवेकानंद ने करवाई। हमें उनके बताए मार्ग पर चलना चाहिए।

इस मौके पर चंद्रवीरसिंह बलाई, मनोहर चारण, मुकेश डूडी, प्रशांत खींची, विजय शर्मा, दीपक चावला, कल्याणसिंह, महावीरसिंह, स्वरूप पंवार, पंकज चौहान आदि मौजूद रहे।

और इधर...

स्वामी विवेकानंद के विचार, दर्र्शन, आदर्श पर चलें युवा पीढ़ी

य़ुवा दिवस पर ई-क्लास से छात्रों से उच्च शिक्षामंत्री से किया संवाद

जसोल. एमबीआर राजकीय महाविद्यालय बालोतरा में विवेकानन्द जयंती युवा दिवस के रूप में मनाई गई। ई-क्लास के माध्यम से उच्च शिक्षामंत्री भवरसिंह भाटी ने संवाद किया। प्रो. राजेन्द्रसिंह सोलंकी ने बताया कि स्वामी विवेकानंद ने अपने 39 वर्ष के छोटे से जीवनकाल में सम्पूर्ण विश्व में 1893 में शिकांगो में आयोजित विश्व धर्मसभा में भारत का प्रतिनिधित्व किया। भारतीय धर्म का अमरीका व सम्पूर्ण यूरोप में प्रचार-प्रसार किया।

वे भारत के आध्यात्मिक गुरु के रूप में प्रसिद्ध हुए। प्रो. सुमन चौधरी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के विचार, दर्शन, सिद्धांत व आदर्श युवाओं में नई शक्ति और दर्शन का संचार कर सकती है। उन्होंने युवाओं को धैर्य, व्यवहार में शुद्धता रखने, आपस में न लडऩे का संदेश दिया।

डीआरजे राजकीय कन्या महाविद्यालय बालोतरा में स्वामी विवेकानंद की जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाई गई। युवा विकास केंद्र के समन्वयक डॉ. गुलाबदास वैष्णव ने कहा कि स्वामी विवेकानंद वेदांत के विख्यात और आध्यात्मिक गुरु व आधुनिक युग के कर्मयोगी थे।

उन्होंने अपने विचारों को जीवन में उतार कर इसे परिभाषित किया। उनका जीवन चरित्र मन, वचन और अपने कर्म से एक होने की अद्भूत मिशाल है। प्राचार्य अर्जुन राम पूनिया ने कहा कि स्वामी ने शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए समझाया कि प्रगतिशील भारत के निर्माण के लिए सबसे मुख्य औजार शिक्षा ही है।

जो लोगों को सशक्त बना सकती है। डॉ संजय माथुर ने भी विचार व्यक्त किए। युवा संवाद कार्यक्रम में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी ने छात्राओं से सीधा संवाद किया। कार्यक्रम में छात्र संघ अध्यक्ष मैना चौधरी, उपाध्यक्ष जयंती जाटोल,संयुक्त सचिव प्रियंका कुमारी व छात्राएं मौजूद थी।


बड़ी खबरें

View All

बाड़मेर

राजस्थान न्यूज़

ट्रेंडिंग