खाद्य विभाग की नई कवायद, कैशलेस होगा राशन वितरण, भीम एप से होगा ट्रांजेक्शन, सरकार ने जारी किए हैं आदेश
बड़वानी. राशन की दुकानों पर छुट्टे पैसोंं की दिक्कतों और राशन वितरण में पारदर्शिता लाने के लिए इस कैशलैस करने के आदेश जारी किए गए हैं। हालांकि इस आदेश से फिलहाल अमलीजामा पहनाने में कई सारी दिक्कतों का सामना खाद्य आपूर्ति विभाग को करना पड़ रहा है। उपभोक्ताओं को राशन के बदले भीम एप से राशि का भुगतान करना होगा। फिलहाल आदेश को अमल में लाने की कवायद में सभी राशन डिपो होल्डर्स के मोबाइल मे भीम एप डाउनलोड करने के लिए कहा गया है। यह व्यवस्था शहरी क्षेत्रों में पहले शुरू की जाएगी। हालांकि इस योजना को अमल में लाने के लिए कई तकनीकी पहलुओं में गरीब का राशन भी उलझने की आशंका हैं। राज्य सरकार ने खाद्य विभाग को आदेश जारी कर दिए हैं कि राशन वितरण प्रणाली को कैशलैस किया जाए। इस आदेश के बाद जिला खाद्य आपूर्ति विभाग ने भी जिले के शहरी क्षेत्र में इसे लागू करने की कवायद शुरू कर दी है। हालांकि यह व्यवस्था जमीनस्तर तक भी पहुंच पाएगी या नहीं इसे लेकर भी जानकार संशय जता रहे हैं। आदेश आए हुए कई दिन हो चुके हैं, लेकिन राशन के लिए अभी भी पुरानी व्यवस्था ही है।
ये है दिक्कतें
आदेश के मुताबिक सभी राशन लेने वाले उपभोक्ताओं को स्मार्ट फोन लेना होगा। हालांकि व्यवस्था चूंकि शहरी क्षेत्र से शुरू होगी। ऐसे में पहले शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं को स्मार्ट फोन लेना होगा। इस फोन में भीम एप डाएनलोड करना होगा। जिसके जरिये राशन डिपो होल्डर्स को पैमेंट किया जाएगा। लेकिन दिक्कत यह है कि राशन वितरण गरीबी रेखा के नीचे के लोगों को ही किया जा रहा है। इधर स्मार्ट फोन उपयोग करने वालों को गरीबी रेखा की श्रेणी में मानने को लेकर भी कई बार बात आला अधिकारियों तक भी पहुंंची। ऐसे में यदि यह राशन वितरण भीम एप से हुआ तो उपभोक्ता गरीबी रेखा की श्रेणी से बाहर हो जाएंगे, यानी भविष्य में उन्हें राशन मिलने में भी दिक्कत हो सकती है। हालांकि अधिकारियों के तर्क है कि बाजार में सस्ते स्मार्ट फोन भी उपलब्ध हैं। जिनकी कीमत तीन से चार हजार रुपए हैं। लेकिन जानकारों का कहना है कि ऐसे स्मार्ट फोन भारी भरकम एप चलाने में ज्यादा कामयाब नहीं हो पाते हैं।
इनका कहना है
हमें आदेश मिला हैं। जिस पर अमल किया जाना है। फिलहाल प्रारंभिक स्तर पर काम हैं। राशन डिपो होल्डर्स को एप डाउनलोड करा दिया गया है। धीरे धीरे उपभोक्ताओं को भी इससे जोड़ेंगे। फिलहाल शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं के लिए यह व्यवस्था शुरू की जाएगी।
- बीके कोष्टा, जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी बड़वानी