
जयपुर के जमवारामगढ़ का नक्शा बदला,अलवर-दौसा की सीमा को छू रहा 'आंधी'
जमवारामगढ़(जयपुर). जमवारामगढ़ पंचायत समिति का पुर्नगठन करने के बाद आंधी नवीन पंचायत समिति बनाने से पंचायत समिति क्षेत्र जमवारामगढ़ के नक्शे में बदलाव आ गया है। अब तक पंचायत समिति जमवारामगढ़ का नक्शा तहसील, उपखंड व विधानसभा क्षेत्र के समान था। पंचायत समिति व विधानसभा क्षेत्र जमवारामगढ़ का राजस्व नक्शा एक था। अब विधानसभा क्षेत्र में तो आंधी व जमवारामगढ़ पंचायत समिति रहने से राजस्व नक्शा तो एक होगा लेकिन आंधी पंचायत समिति बनने से दोनों पंचायत समितियों का नक्शा अलग अलग प्रदर्शित हो गया है। पंचायत समिति व ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन,नव सीमांकन व परीसीमन के बाद क्षेत्र में जहां एक की बजाय दो पंचायत समितियां हो गई है और 49 की बजाय 61 ग्राम पंचायतें अस्तित्व में आ गई है। आंधी पंचायत समिति बनने से खनिज सम्पदा से लेकर नहरी क्षेत्र व अभयारण्य क्षेत्र भी जमवारामगढ़ में नाममात्र का शेष रहा है। जमवारामगढ़ में 35 ग्राम पंचायतें व आंधी में 26 ग्राम पंचायतें शामिल की गई है।
नक्शा हुआ आधा...
सम्पर्ण एकीकृत पंचायत समिति जमवारामगढ़ के राजस्व नक्शे में पूरा जमवारामगढ़ तहसील क्षेत्र शामिल था। लेकिन आंधी पंचायत समिति बनने से पंचायत समिति के राजस्व नक्शा आधा-आधा हो गया है। पंचायत समिति आंधी के अलवर व दौसा जिला की सीमाएं छूने के साथ पंचायत समिति बस्सी,जमवारामगढ़ व विराटनगर पंचायत समिति क्षेत्र की सीमाओं को छूती है।
राजधानी के पास...
जमवारामगढ़ को तोड़कर आंधी पंचायत समिति बनाने से जमवारामगढ़ पंचायत समिति का अधिकांश क्षेत्र राजधानी जयपुर के सन्नीकट वाला इलाका शामिल है। जमवारामगढ़ पंचायत समिति के पंचायत समिति बस्सी, आमेर, शाहपुरा व विराटनगर की सीमाएं तक है।
अभयारण्य का हिस्सा आंधी में...
वन्यजीव अभयारण्य का अधिकांश हिस्सा रायसर, भावनी, मंहगी, सानकोटडा, रायपुर, घोरेठ, जारूंडा, थली, नीमला के आंधी में जाने से करीब 70 प्रतिशत हिस्सा आंधी पंचायत समिति क्षेत्र में चला गया है। जमवारामगढ़ पंचायत समिति क्षेत्र में अभयारण्य का करीब 30 प्रतिशत हिस्सा ही बचा है।
खनिज आंधी में...
नवगठित पंचायत समिति आंधी में अधिकांश क्षेत्र है। जबकि जमवारामगढ़ में खनिज के नाम पर सिर्फ चेजा पत्थर की खदानें बची है। जबकि आंधी में सानकोटडा व थली अभयारण्य क्षेत्र में मार्बल जबरदस्त व प्रचूर मात्रा में है। इसी तरह नीमला के डगोता में विश्व प्रसिद्ध सोप स्टोन की माइन्स है। करीब 200 खदानें अभयारण्य क्षेत्र की वजह से बंद है।
नहरी क्षेत्र आंधी में...
रामगढ़ बांध का अधिकांश नहरी क्षेत्र खवारानी जी व खरकडा ग्राम पंचायत को छोड़कर सम्पूर्ण आंधी पंचायत समिति क्षेत्र में है। इसके अलावा खरड बांध,रायावाला बांध का नहरी क्षेत्र भी आंधी पंचायत समिति क्षेत्र में ही चला गया है। जमवारामगढ़ पंचायत समिति क्षेत्र में नहरी क्षेत्र नाममात्र का बचा है।
जमवारामगढ़ की ग्राम पंचायतें...
पंचायत समिति जमवारामगढ़ में सांऊ सीरा,भावपुरा,नटाटा,ड्योडा डूंगर, बिलोद, टोडामीना, लांगडियावास, पापड, मानोता, बासना, दंताला मीना, राहोरी, खरकडा, सामरेडकला, बूज, गठवाडी, इन्द्रगढ़, रूपवास, नायला, साईवाड़, जमवारामगढ़, सायपुरा, गोपालगढ़, रामपुरावास रामगढ़, नांगल तुलसीदास, भुरानपुरा, बोबाडी, जयचंदपुरा, खवारानीजी, भानपुरकलां, लाली, चांवड का मंड, ताला व धौला को शामिल किया गया है।
आंधी की ग्राम पंचायतें...
पंचायत समिति आंधी में ग्राम पंचायत नेवर, धामस्या, माथासूला, नीमला, डगोता, मंहगी,चांवडिया, भावनी, लालवास, देवीतला, थली, सानकोटडा, फूटोलाव, राम्यावाला, बिरासना, थौलाई, रायपुर, रायसर, गांवली, धूलारावजी, डांगरवाडा, कोलीवाडा, सायपुर, केला का बांस, आंधी व बहलोड़ को शामिल किया है।
फोटो: जमवारामगढ़ पंचायत समिति और आंधी पंचायत समिति का नक्शा।
Published on:
12 Feb 2020 05:14 pm
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