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तांत्रिक ने महिला को संतान प्राप्ति का झांसा देकर मंगलसूत्र हड़पा, फिर खुद की मौत का भेजा शोक संदेश

अंधविश्वास के नाम पर महिलाओं को झांसा देने वाला एक फर्जी 'तांत्रिक' आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। खुद को सिद्ध पुजारी बताकर लोगों की किस्मत बदलने का वादा करने वाला यह शख्स असल में धोखाधड़ी का उस्ताद निकला।

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बस्सी

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Vinod Sharma

May 09, 2025

The tantrik duped the woman by promising her a child

बस स्टैण्ड से शुरू हुई कहानी, विश्वास से लूटी आस्था

अंधविश्वास के नाम पर महिलाओं को झांसा देने वाला एक फर्जी 'तांत्रिक' आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। खुद को सिद्ध पुजारी बताकर लोगों की किस्मत बदलने का वादा करने वाला यह शख्स असल में धोखाधड़ी का उस्ताद निकला। खास बात यह रही कि ठगी करने के बाद उसने खुद की ‘मौत’ की खबर तक फैला दी ताकि कोई उसे तलाश न कर सके। जयपुर के चौमूं थाना पुलिस ने इस मामले में घिनोई कालाडेरा निवासी बनवारीलाल शर्मा को गिरफ्तार किया है। सीकर के थोई हाल किराएदार जैतपुरा निवासी महिला ने आरोपी को आर्थिक परेशानी और संतान न होने का समाधान कराने का भरोसा दिलाया और फिर पूजा-पाठ के बहाने उसका मंगलसूत्र लेकर रफूचक्कर हो गया।

बस स्टैण्ड से शुरू हुई कहानी, विश्वास से लूटी आस्था
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह 21 अप्रैल को जैतपुरा बस स्टैण्ड पर जयपुर जाने के लिए इंतजार कर रही थी। उसी दौरान एक कार में सवारी समझकर बैठ गई। कार में मौजूद बनवारीलाल ने खुद को 'सिद्ध पुजारी' बताया और कहा कि वह पितृ दोष, गृह दोष और महिलाओं की संतानहीनता का इलाज करता है।महिला की मजबूरी और विश्वास को भांपते हुए उसने खुद को 'सिद्ध पुरुष' घोषित कर पूजा-पाठ करने की सलाह दी। दो-तीन दिन बाद वह उसके घर आया और कहा कि मंगलसूत्र को 'शुद्ध' करना होगा। महिला ने भी भरोसे में आकर अपना मंगलसूत्र उसे सौंप दिया।

'मौत' का नाटक रचा, लेकिन पुलिस की पकड़ से नहीं बच पाया
जब 26 अप्रैल को महिला ने मंगलसूत्र लौटाने की बात कही, तो आरोपी ने बहाना बनाया कि शुद्धिकरण अभी पूरा नहीं हुआ। 28 अप्रैल को जब फिर फोन किया गया तो किसी अनजान शख्स ने फोन उठाकर कहा महाराज अब इस दुनिया में नहीं रहे। इतना ही नहीं, आरोपी ने सोशल मीडिया पर खुद की मौत का शोक संदेश भी जारी कर दिया ताकि लोग उसकी खोजबीन बंद कर दें। लेकिन चौमूं थाना पुलिस ने इस 'मृतक पुजारी' की असलियत सामने लाते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया। मोबाइल लोकेशन और साइबर टीम की मदद से पुलिस ने उसकी ठिकाने तक पहुंच बनाई।

पुलिस की नजर अब अन्य शिकारों पर भी
थानाधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में बनवारीलाल ने कबूल किया है कि वह कई महिलाओं को इस तरह झांसे में लेकर ठगी कर चुका है। पुलिस अब उसके पुराने रिकॉर्ड खंगाल रही है और अन्य पीड़ित महिलाओं से भी संपर्क करने का प्रयास कर रही है।

सबक: आस्था और अंधविश्वास में फर्क समझें!
यह मामला एक बार फिर यह साबित करता है कि अंधविश्वास और झूठे बाबाओं से सावधान रहने की जरूरत है। आस्था एक निजी भावना है, लेकिन इसका फायदा उठाकर ठगी करने वालों से सतर्क रहना जरूरी है।