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सभी चर्चों में कटा केक मानाया प्रभु यीशु का जन्मदिन, दिया आशीष

सेंट जोसेफ कैथोलिक चर्च में रात 12 बजते ही खुशियों का माहौल शुरू हो गया। निर्मल विद्यालय परिसर में पहले प्रभु यीशू का जन्मदिन धूम धाम से मनाया गया

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सभी चर्चों में कटा केक

जगदलपुर . सेंट जोसेफ कैथोलिक चर्च में रात 12 बजते ही खुशियों का माहौल शुरू हो गया। निर्मल विद्यालय परिसर में पहले प्रभु यीशू का जन्मदिन धूम धाम से मनाया गया। इस अवसर पर यीशू के जन्म की झांकी प्रस्तुत की गई। इसके बाद कैंडल लेकर सेंट जोसेफ चर्च में प्रभु का संदेश सुनाया गया। बिशप ने कहा कि ईश्वर का चेहरा करूणा का चेहरा है। डरना नहीं है प्रभु हमारे साथ है और सभी को सुन रहा है, देख रहा है प्रभु शांति चाहते हैं। शहर में 12 बजते ही आतिशबाजी भी शुरू हो गई।रोशनी से जगमगा रहे चर्च

क्रिसमस के अवसर पर सेंट जोसेफ चर्च रोशनी से जगमगा रहा था। सितारों से चर्च को सजाया गया था। मसीही समाज ने कैरोल गीत से यीशू के जन्म की गाथा सुनाने की शुरुआत तीन दिन पहले से ही शुरू कर दी थी। इसके अलावा चंदैया मेमोरियल एपिस्कोपल चर्च भी सितारों से सजा हुआ है। घरों में प्रभु के संदेश भी सुनाए जा रहे थे। यीशू के जन्म की खुशियां देर रात तक चर्च में मनाया गया। इस अवसर पर ईसाई समाज के युवक बाइक पर सवार होकर जश्न भी मनाया। रात 12 बजते ही शुभकामना संदेश सोशल मीडिया में शुरू हो गए थे।

क्रिसमस रैली कल
इंटर डिनामिनेशन चर्च फेलोशिप की ओर से प्रतिवर्ष की तरह क्रिसमस रैली का आयोजन 26 दिसंबर को दोपहर 2 बजे से मिशन हाई स्कूल ग्राउंड से शुरू होकर शहर के कलेक्ट्रेट से होते हुए गुरूगोविंद सिंह चौक, मिताली चौक, शहीद पार्क, होते हुए चांदनी चौक, से वापस मिशन हाई स्कूल में पहुंचेगी। क्रिसमस कैरोल सांग की तैयारियां की जा रही है। इधर आधी रात होते ही यीशु के जन्म को लेकर उत्साहित श्रद्धालु नाचते गाते एक दूसरे को क्रिसमस की शुभकामनाएं देते नजर आए। ठंड के बावजूद उत्साह बना रहा।

नाटक उद्धार का उपाय का मंचन
रविवार की शाम लाल चर्च में प्रभु यीशु के जी उठने के दृश्य को नाटक के माध्यम से मंचन किया गया, जिसकी विश्वासियों ने सराहना की। बड़े दिन के संदेश को नाटक के माध्यम से मंचन किया गया। नाटक का शीषक उद्धार का उपाय था। इसकी निर्देशक अनुषा जॉन थी, परिकल्पना सरोज बेंजामिन थी, पतिभागी एन थॉमस, शारदा राव, सुलोचना पाल, सुभाषिनी बाघ आदि शामिल थी। सबसे पहले आराधना की गई। आराधना का संचालन कल्पना जॉन ने किया।

9 बजे से आराधना
चंदैया मेमोरियल एपिस्कोपल चर्च में सुबह 9 बजे से आराधना की जाएगी। आराधना के बाद चर्च से कैंडल लेकर लोग अपने घरों की ओर मोमबत्ती जलाकर अपने घर लेकर जाएंगे। पास्टर शामुएल सुना आराधना का संचालन करेंगे।