अजय श्रीवास्तव
जगदलपुर . पेड़- पौधे जीवंत होते हैं, वे अपने आप में खूबसूरती का नमूना भी हैं। शहीद पार्क जाने वाले मार्ग पर गोयल बिल्डिंग के सामने खड़े पेड़ों के तने को रंगों से सजाया गया है। गिरौला में एक आम के पेड़ की जड़ पूरी तरह से खोखली हो गई है। बावजूद यह पेड़ मजबूती से खड़ा है। गिरौला में सियाड़ी पेड़ की यह लता दो सौ मीटर से अधिक लंबी हो गई है। कहीं-कहीं इसकी मोटाई तीन फीट तक है। झूलते हुए यह कहीं जमीन पर तो कहीं पेड़ों पर इठलाते हुए चढ़ आई है।

