बस्तर में पदस्थ यह आईएएस अफसर एक ऐसा साइंटिफिक एक्सपीरिमेंट करने जा रहे हैं, जिसके बाद पूरे विश्व में बस्तर की पहचान बदल जाएगी। आप सोच रहे होंगे, क्या ऐसा संभव है। हम आपको बताना चाहेेंगे, अब से दो दिन बाद कुछ ऐसा ही होने वाला है। भारत समेत पूरे विश्व में बस्तर की पहचान नक्सल प्रभावित पिछड़े इलाके के तौर पर होती रही है पर 18 जनवरी के बाद पूरी दुनिया में बस्तर की पहचान यहां के बच्चों के साइंटिफिक एक्सपेरिमेंट्स के लिए होगी।