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कृषि मंडी में अव्यवस्था के चलते बंद रखना पड़ रहा मक्का की नीलामी

बैतूल। कृषि उपज मंडी में एक बार फिर मक्का की बंपर आवक के चलते हालात बिगड़ते नजर आ रहे हैं। शुक्रवार को मंडी में मक्का की आवक 24,639 क्विंटल दर्ज की गई। भारी आवक और अव्यवस्थाओं के कारण शनिवार को मक्का की नीलामी बंद रखनी पड़ी। मंडी में मक्का के भाव भी कम हैं। वर्तमान […]

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बैतूल। कृषि उपज मंडी में एक बार फिर मक्का की बंपर आवक के चलते हालात बिगड़ते नजर आ रहे हैं। शुक्रवार को मंडी में मक्का की आवक 24,639 क्विंटल दर्ज की गई। भारी आवक और अव्यवस्थाओं के कारण शनिवार को मक्का की नीलामी बंद रखनी पड़ी। मंडी में मक्का के भाव भी कम हैं। वर्तमान में मक्का 1350 रुपए से लेकर अधिकतम 1824 रुपए प्रति क्विंटल तक बिक रहा है, जो लागत के मुकाबले कम है।
मंडी में लगातार बढ़ रही आवक के चलते बार-बार मक्का की नीलामी रोकनी पड़ रही है। स्थिति यह है कि व्यापारियों के बोरे एक बार फिर मंडी परिसर में जमे हुए हैं। अनाज का समय पर उठाव नहीं होने और बोरे नहीं उठने से मंडी में भारी अव्यवस्था फैल गई है। इसी कारण मक्का की नीलामी करे बंद रखना पड़ा। किसानों को इसका सीधा नुकसान उठाना पड़ रहा है, क्योंकि उन्हें अपनी उपज बेचने के लिए घंटों और कई बार दिनों तक इंतजार करना पड़ रहा है। मंडी प्रशासन द्वारा बोरे जमा करने वाले व्यापारियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। केवल अनाउंसमेंट कर औपचारिकता निभाई जा रही है। प्रशासन के बार-बार निर्देश देने के बावजूद किसान निर्धारित समय से पहले ही मक्का लेकर मंडी पहुंच रहे हैं। इसका नतीजा यह है कि मंडी गेट से वाहनों की लंबी कतारें लग रही हैं, जो राष्ट्रीय राजमार्ग तक पहुंच रही हैं और यातायात भी प्रभावित हो रहा है।
शनिवार को भी बड़ी संख्या में मक्का से भरे वाहन मंडी पहुंच गए, जबकि रविवार को मंडी बंद रहेगी। सोमवार को सुबह 5 बजे से 10 बजे तक ही किसानों के वाहन मंडी में प्रवेश कर सकेंगे। इसके बाद शेष समय में केवल व्यापारियों द्वारा अनाज उठाव का कार्य किया जाएगा। हालांकि, नियम बनाए जाने के बावजूद मंडी प्रशासन उन्हें प्रभावी रूप से लागू नहीं कर पा रहा है। इसी कारण मंडी में अव्यवस्था लगातार बनी हुई है और किसान परेशान हैं।