
गणेश विसर्जन करने गए चार युवकों की डूबने से मौत
बैतूल. भगवान गणेश विसर्जन को लेकर की गई प्रशासन की व्यवस्था की पोल रविवार शाम को खुल गई। गणेश प्रतिमा विसर्जन के लिए लेकर पहुंचे युवक की सोनाघाटी गड्ढे (तालाबनुमा)में डूबने से मौत हो गई। मौके पर कोई इंतजाम नहीं होने से युवक को बचाया नहीं जा सका है,यहां तक शव को भी दो घंटे बाद निकाला गया। शहर में सडक़ पर भी बार-बार जाम लगता रहा। यातायात व्यवस्था भी नजर नहीं आई। सोनाघाटी में ही रहने वाला २४ वर्षीय तरुण बघेल अपने परिजनों के साथ घर से ही कुछ दूरी पर भगवान गणेश की प्रतिमा विसर्जन करने गड्ढे पर गया था। शाम चार बजे के लगभग गड्ढे में गणेश प्रतिमा विसर्जन कर रहा था। इस दौरान वह गड्ढे में कीचड़ के दलदल मेंं फंस गया। सभी के सामने देखते ही देखते उसकी मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक युवक को बचाने कोई गोताखोर तक उपस्थित नहीं था। पुलिसकर्मियों ने भी उसे बचाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया। भारी संख्या में पुलिस बल रहने के बावजूद शव को निकालने में दो घंटे लग गए। गोताखोर के पहुंचने पर शाम छह बजे के लगभग युवक के शव को निकाला गया। इधर देर रात बैतूलबाजार थानांतर्गत ग्राम अमदर निवासी ३० वर्षीय दिलीप पिता भैयालाल गायकी और ३५ वर्षीय मेघराज पिता फूलचंद गायकी की रविवार को नदी में डूबने से मौत हो गई। दोनों युवक गणेश विसर्जन के लिए नदी में उतरे थे। विसर्जन के दौरान गहरे पानी में डूबने से मौत हो गई। दोनों के शव निकाल कर देर रात को जिला अस्पताल पहुंचाए गए।
जगह-जगह लगता रहा जाम
गणेश विसर्जन को लेकर यातायात व्यवस्थित करने को लेकर की गई तैयारी भी नाकाफी साबित हुई। गणेश प्रतिमाओं को विसर्जन के दौरान ले जाने जगह-जगह पर जाम लगता रहा। शाम साढ़े चार बजे के लगभग ओवर ब्रिज सदर पर जाम लग गया। इधर अंडर ब्रिज में भी जाम की स्थिति बनी। जिसकी वजह से लोगों को खासा परेशान होना पड़ा। यातायात नाम की कोई चीज नजर नहीं आई।
Published on:
24 Sept 2018 11:11 am
बड़ी खबरें
View Allबेतुल
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
