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मरीज की मौत पर परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा, डॉक्टरों से भी की झूमाझटकी

- डॉक्टर के कॉल करने के तीन घंटे बाद भी नहीं पहुंचीं थी एंबुलेंस, पुलिस ने मामले को शांत कराया

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मरीज की मौत पर परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा, डॉक्टरों से भी की झूमाझटकी

हरदा. जिला अस्पताल में डॉक्टरों पर गुस्सा करते परिजन। ,हरदा. जिला अस्पताल में डॉक्टरों पर गुस्सा करते परिजन। ,हरदा. जिला अस्पताल में डॉक्टरों पर गुस्सा करते परिजन। ,हरदा. जिला अस्पताल में डॉक्टरों पर गुस्सा करते परिजन। ,हरदा. जिला अस्पताल में डॉक्टरों पर गुस्सा करते परिजन।

हरदा. जिला अस्पताल में शनिवार की रात को समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने से एक मरीज की मौत हो जाने पर उसके परिजनों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों एवं स्टॉफ से हाथापाई भी की। इसके चलते नाराज डॉक्टरों ने विरोध जताया। वहीं घटना की जानकारी लगते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा और परिजनों को शांत कराया। जानकारी के मुताबिक जिले के गांव कुकरावद निवासी सुरेश बेलदार (54) साल की तबियत खराब होने पर परिजनों ने उसे शनिवार शाम को 5 बजे जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। इस दौरान डॉक्टर ने उसे इलाज देकर परिजनों को बाहर ले जाने के लिए कहा था। इसके बाद परिजन एंबुलेंस के आने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन रात 8 बजे तक एंबुलेंस नहीं आई। इसी दौरान मरीज की तबियत ज्यादा बिगड़ गई। परिजनों ने डॉक्टरों को बताया और एंबुलेंस नहीं आने की जानकारी दी। मगर कुछ देर बाद एंबुलेंस पहुंची, लेकिन तब तक मरीज की मौत हो चुकी थी। एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण मरीज की मौत होने की बात कहते हुए मृतक के परिजनों ने जमकर हंगामा गया। इस दौरान कुछ लोगों ने चेंबर में बैठे डॉक्टर के साथ झूमाझटकी की। इससे नाराज डॉक्टरों ने काम बंद कर दिया। इधर, परिजनों का कहना है डॉक्टरों ने भी उनके परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट की। घटना की जानकारी लगते ही बड़ी संख्या में पुलिस पहुंची। जैसे-तैसे परिवार के लोग मान गए। लेकिन उन्होंने डॉक्टर से मृत्यु प्रमाण पत्र देने के लिए कहा। इसी बात पर फिर से उनमें कहासुनी हो गई। परिजनों ने दोबारा सर्टिफिकेट देने को लेकर हंगामा किया।
इनका कहना है
मरीज की हालत गंभीर थी, इसलिए परिजनों को उसे बाहर ले जाने के लिए कहा गया था। रात 9 बजे मरीज की मौत होने पर परिजनों ने हंगामा करते हुए ड्यूटी डॉक्टर से झूमाझटकी की थी। इससे नाराज डॉक्टरों एवं स्टॉफ ने काम बंद कर दिया था। हमारे और पुलिस की समझाइश के बाद परिजन शव लेकर चले गए।
डॉ. मनीष शर्मा, सिविल सर्जन, हरदा